CA success story: 71 की उम्र में यूट्यूब से की पढ़ाई, जयपुर के रिटायर्ड बैंक मैनेजर ताराचंद अग्रवाल ने पास की CA परीक्षा

CA success story: राजस्थान के 71 वर्षीय बुजुर्ग तारचंद ने पत्नी की मौत के बाद पूरी तरह से टूट चुके थे. लेकिन भगवद गीता से मिली प्रेरणा ने उनकी सोच ही बदल दी. उम्र की परवाह किए बिना उन्होंन अब चार्टर्ड अकाउंटेंसी का (CA) जैसे मुश्किल एग्जाम को पास कर दिखाया है.

 CA success story
71 साल की उम्र में पास किया CA (सांकेतिक तस्वीर)

न्यूज तक

• 11:21 AM • 13 Jul 2025

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CA success story: राजस्थान के जयपुर के 71 वर्षीय रिटायर्ड बैंक मैनेजर तारचंद अग्रवाल ने वो कर दिखाया जो कई युवाओं का सपना बनकर रह जाता है. उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की फाइनल परीक्षा पास कर न सिर्फ मिसाल कायम की, बल्कि ये भी साबित कर दिया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है. पत्नी के निधन के बाद जीवन में आए खालीपन को उन्होंने पढ़ाई के जुनून से भरा और तीन साल की लगातार मेहनत के बाद सफलता हासिल की.

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तारचंद का जन्म हनुमानगढ़ जिले के संगरिया में हुआ था. वह एक किसान-व्यापारी परिवार से ताल्लुक रखते हैं. आठ भाई-बहनों में वह चौथे स्थान पर हैं. 1976 में उन्होंने स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (अब एसबीआई) में क्लर्क के रूप में नौकरी शुरू की और 2014 में असिस्टेंट जनरल मैनेजर के पद से रिटायर हुए.

बेटों की चुनौती को बनाया मिशन

जानकारी के अनुसार, नवंबर 2020 में उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई थी. इसके बाद वह मानसिक रूप से टूट चुके थे. बच्चों के कहने पर उन्होंने भगवद गीता पढ़ना शुरू किया. इस दौरान उनकी रुची पढ़ने में बढ़ने लगी. वो कहते है कि उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा गीता के वाक्य से मिली जिसमें लिखा था कि "जो भी काम करे पूरे संकल्प के साथ करे". इसके बाद जब उन्होंने बच्चों से पीएचडी करने की बात की, तब उन्होंने उन्हें चुनौती देते हुए सीए करने को कहा.

पहले ही प्रयास में हो गए थे फेल

इसके बाद उन्होंने जुलाई 2021 में रजिस्ट्रेशन कराया. इसके बाद मई 2022 में फाउंडेशन फिर जनवरी 2023 में इंटरमीडिएट और जुलाई 2024 में फाइनल एग्जाम पास किया. लेकिन वो अपने पहले ही प्रयास में ही फेल हो गए. इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी.

बिना कोचिंग के ही पास की परीक्षा

तारचंद तमाम उम्र की मुश्किलों के बावजूद 10 घंटे पढ़ाई करते थे. कंधों में दर्द होने के बावजूद उन्होंने प्रैक्टिस नहीं छोड़ी. अकेलापन दूर करने के लिए कभी वो घर पर तो कभी बेटे की दुकान पर पढ़ाई करते थे. इस दौरान उन्होंने कोई कोचिंग का सहारा नहीं लिया. सिर्फ किताबों, यूट्यूब और आत्मबल के भरोसे उन्होंने ये सफलता हासिल की.

बेटों से मिला पूरा साथ

आज तक कि खबर के मुताबिक, तारचंद के बड़े बेटे दिल्ली में CA हैं. वहीं, उनके छोटे बेटे अमित अभी टैक्स प्रैक्टिस कर रहे हैं. ऐसे में CA की तैयारी के दौरान दोनों बच्चों ने पिता को पूरी तरह सपोर्ट किया.

 

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