उदयपुर से परीक्षा देकर जयपुर लौट रही थी विनीता, घर से 200 मीटर हुआ ब्लास्ट, पापा से आखिर बार हुई ये बात

Jaipur LPG tanker blast: जयपुर में हुए एलपीजी टैंकर ब्लास्ट में अब तक कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है. बुधवार को राजधानी जयपुर के सवाई मान सिंह (SMS) हॉस्पिटल में 22 साल की एक युवती ने भी दम तोड़ा. विनीता एक बस में सवार थी और वह कुछ देर में बस से उतरने वाली थी

Jaipur LPG tanker blast
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ललित यादव

26 Dec 2024 (अपडेटेड: 26 Dec 2024, 09:33 AM)

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Jaipur LPG tanker blast: जयपुर में हुए एलपीजी टैंकर ब्लास्ट में अब तक कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है. बुधवार को राजधानी जयपुर के सवाई मान सिंह (SMS) हॉस्पिटल में 22 साल की एक युवती ने भी दम तोड़ा. विनीता एक बस में सवार थी और वह कुछ देर में बस से उतरने वाली थी, वह सिर्फ अपने घर से 200 मीटर दूर थी. लेकिन हादसा हो गया और उनकी बुधवार को जान चली गई.  

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ट्रेन की जगह बस का फैसला बना जानलेवा

उदयपुर से जयपुर जाने के लिए विनीता ने ट्रेन के बजाय बस से यात्रा करने का फैसला किया था. उसे यह लगा कि बस से वह जल्दी पहुंच जाएगी. लेकिन उसकी यह योजना उसके लिए जानलेवा साबित हुई. न्यूज एजेंसी के अनुसार, विनीता उन तीन लोगों में शामिल थी, जिन्होंने 25 दिसंबर को अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.  

विनीता जिस बस में सफर कर रही थी, वह 20 दिसंबर को जयपुर-अजमेर नेशनल हाईवे पर एक ट्रक और एलपीजी टैंकर की टक्कर के बाद लगी भीषण आग की चपेट में आ गई थी.  

बस के गेट पर खड़ी थी विनीता

घटना के समय विनीता बस के गेट के पास खड़ी थी और बस के रुकने का इंतजार कर रही थी. लेकिन स्टॉप से कुछ ही मीटर पहले तेज लपटों ने उसे घेर लिया. आग से घिरने के बाद विनीता ने बस से कूदकर भागने की कोशिश की, लेकिन तब तक वह 70 प्रतिशत जल चुकी थी. उसे तुरंत एसएमएस अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया, जहां पांच दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद बुधवार तड़के उसकी मौत हो गई.  

पिता की उम्मीद टूटी 

विनीता के पिता रामचंद्र ने बताया कि वह उदयपुर में परीक्षा देकर वापस आ रही थी. उन्होंने कहा, "मुझे लगा था कि वह फोन करके बताएगी कि वह सुरक्षित जयपुर पहुंच गई है. लेकिन जब फोन आया, तो वह हादसे की खबर थी." उन्होंने बताया कि घटना के वक्त विनीता बस के गेट के पास खड़ी थी. आग लगने पर उसने तुरंत फोन किया, लेकिन थोड़ी ही देर में फोन कट गया. बाद में उन्हें पता चला कि वह बुरी तरह झुलस गई है.  

प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी विनीता  

प्रतापगढ़ की रहने वाली विनीता जयपुर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी और अपनी छोटी बहन के साथ वहीं रहती थी. पोस्टमार्टम के बाद परिजन उसका शव लेकर प्रतापगढ़ रवाना हो गए.  

घायलों की हालत अब भी गंभीर 

एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक सुशील भाटी ने बताया कि बुधवार को तीन और मौतों के साथ मृतकों की संख्या 18 हो गई है. उन्होंने बताया कि घायलों में से दो की हालत अब भी गंभीर है.  

बता दें भीषण हादसा 20 दिसंबर को हुआ, जब जयपुर-अजमेर हाईवे पर एक एलपीजी टैंकर और ट्रक की टक्कर हो गई. उस दिन ही 11 लोगों की मौत हो गई थी. हादसे के बाद से मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जबकि कई घायलों का अब भी इलाज चल रहा है.

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