जैसलमेर बस हादसे में 21 मौतों के पीछे ये 3 वजह? बस मालिक-ड्राइवर पर FIR दर्ज

जैसलमेर में एसी स्लीपर बस अग्निकांड में 21 लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में एक 10 वर्षीय बच्चा भी शामिल है, हादसे के बाद बस मालिक और ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

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विमल भाटिया

15 Oct 2025 (अपडेटेड: 15 Oct 2025, 05:51 PM)

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राजस्थान के जैसलमेर में मंगलवार को हुए भीषण स्लीपर बस अग्निकांड में मृतकों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है. इस हादसे में घायल 10 वर्षीय यूनुस ने बुधवार सुबह जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में दम तोड़ दिया.

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अस्पताल से आई जानकारी के अनुसार, चार अन्य घायल मरीज वेंटिलेटर पर हैं. इस बीच, हादसे के बाद पहली FIR मंगलवार देर रात जैसलमेर के सदर थाने में दर्ज की गई. यह शिकायत मृतक पत्रकार राजेंद्र चौहान के भाई ने बस मालिक और ड्राइवर के खिलाफ दर्ज कराई.

कब-कैसे हुआ हादसा!

मंगलवार दोपहर करीब 3:30 बजे जैसलमेर से जोधपुर जा रही केके ट्रैवल्स की प्राइवेट AC स्लीपर बस में अचानक आग लग गई. यह बस अपनी चौथी ट्रिप पर थी. बस का रजिस्ट्रेशन 1 अक्टूबर को हुआ था और 9 अक्टूबर को ऑल इंडिया परमिट मिला था. बस में 57 यात्री सवार थे.

हादसा थईयात गांव के पास वॉर मेमोरियल के नजदीक हुआ. चश्मदीदों के अनुसार, बस के पिछले हिस्से से धुआं निकलने लगा था जिसके कुछ देर बाद उसमें आग तेजी से फैल गई. बस में केवल एक दरवाजा होने और लेमिनेटेड खिड़कियों के कारण यात्री बाहर नहीं निकल पाए.

बस में कैसे लगने की 3 कारण! 

बस में आग लगने के कारण का अभी तक नहीं पता चल पाया है लेकिन आग लगने के 3 कारण की बताए जा रहे हैं, पहला, शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने की संभावना जताई जा रही है. दूसरा, AC कम्प्रेशर पाइप फटने की बात सामने आ रही है, वहीं, कुछ स्थानीय लोगों का दावा है कि बस की डिग्गी में पटाखे रखे थे, जिसके कारण आग भड़की और यह हादसा हुआ.

चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा, "बस में एक ही दरवाजा था, जबकि निकासी के लिए दो दरवाजे होने चाहिए थे. फाइबर बॉडी और पर्दों ने आग को तेजी से फैल गई और यात्री बाहर नहीं निकल पाए."

डीएनए टेस्ट से होगी शवों की पहचान

हादसे में मारे गए लोगों के शवों की पहचान के लिए जोधपुर और जैसलमेर के अस्पतालों में डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं. 

मृतकों और घायलों के लिए सहायता

इस हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए X पर पोस्ट किया. उन्होंने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की.

जवान महेंद्र का पूरा परिवार खत्म

इस हादसे में सेना के जवान महेंद्र मेघवाल और उनकी पूरी फैमली खत्म हो गई. हादसे के समय बस में महेंद्र के साथ उनकी पत्नी पार्वती, बेटियां खुशबू, दीक्षा और बेटा शौर्य मौजूद था. महेंद्र का परिवार दीपावली मनाने के लिए जैसलमेर से अपने गांव लवारन जा रहा था. 

प्री-वेडिंग शूट से लौट रहे थे मंगेतर

वहीं, इस हादसे में एक हादसे में एक कपल घायल हो गया. आशीष दवे अपनी मंगेतर के साथ प्री-वेडिंग शूट के लिए जैसलमेर गए थे. उनकी शादी 11 नवंबर को होनी थी. बस के आगे बैठे होने के कारण वे समय रहते निकल पाए, लेकिन आशीष को आंखों में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.

नई बस औप चौथी ट्रिप में हादसा

जांच में सामने आया है कि यह बस जोधपुर के एक व्यक्ति ने पांच दिन पहले ही खरीदी थी. यह बस अपनी चौथी ट्रिप पर थी और जैसलमेर से निकलने के बाद 10-15 किलोमीटर की दूरी पर हादसे का शिकार हो गई.

 

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