जोधपुर : भाई से दोस्ती कर दो बहनों को भगाने वाला कुख्यात बदमाश गिरफ्तार

Rajasthan News: जोधपुर के ‘माता का थान’ थाना क्षेत्र से 7 दिन पहले गायब हुई दो सगी बहनों के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने एक हार्डकोर शातिर अपराधी को मध्यप्रदेश के भोपाल से गिरफ्तार कर दोनों युवतियों को दस्तयाब कर लिया है. आरोपी ने दोनों लड़कियों के […]

फोटो: अशोक शर्मा

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ललित यादव

24 Nov 2022 (अपडेटेड: 24 Nov 2022, 01:10 PM)

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Rajasthan News: जोधपुर के ‘माता का थान’ थाना क्षेत्र से 7 दिन पहले गायब हुई दो सगी बहनों के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने एक हार्डकोर शातिर अपराधी को मध्यप्रदेश के भोपाल से गिरफ्तार कर दोनों युवतियों को दस्तयाब कर लिया है. आरोपी ने दोनों लड़कियों के साथ दुष्कर्म भी किया है. डीसीपी ईस्ट डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि आरोपी की पहचान उत्तराखंड के काशीपुरा निवासी हितेंद्रपाल गड़रिया के रूप में हुई है, जो कुख्यात अपराधी है, उसके खिलाफ हत्या के 4 मामले सहित कुल 17 मामले दर्ज हैं. अभी भी आरोपी कई मामलों में वांछित चल रहा है.

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डीसीपी दुहन ने बताया कि ‘माता का थान’ थाना क्षेत्र में आरोपी ने एक युवक से ओला पार्टी ऐप के मार्फत दोस्ती की थी, इसके बाद उसके घर आकर 25 दिन तक रूका. उसके बाद उसकी एक नाबालिग व दूसरी 21 वर्षीय बहन को लेकर 16 नवंबर को जोधपुर से लेकर भाग गया. दोनों सगी बहनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट माता का थान पुलिस थाने में दर्ज करवाई गई थी.

थानाधिकारी राजूराम बामणिया ने मामले की पड़ताल की और मामले को अपहरण की धारा में दर्ज किया. आरोपी के पीछे टीमें भेजी, आरोपी दोनों युवतियों को जोधपुर से टैक्सी से अजमेर के किशनगढ़ लेकर गया. रास्ते में उसने ड्राइवर से कहा कि वह किशनगढ़ से फ्लाइट लेगा, लेकिन किशनगढ़ उतरने के बाद वापस बस से अजमेर आया. और 2 दिन रुकने के बाद ट्रेन से मध्य प्रदेश के भोपाल गया लेकिन पुलिस को सुराग मिलने के बाद जोधपुर से टीमें उसकी तलाश में निकली, उन्हें पता चला कि वह भोपाल में है. इस पर भोपाल पुलिस से संपर्क किया गया. इस दौरान जोधपुर पुलिस की टीम भोपाल पहुंची और आरोपी और अपहृत दोनों सगी बहनों को लेकर जोधपुर लेकर आई.

थानाधिकारी राजूराम बामणिया ने बताया कि आरोपी हितेंद्र पाल आला दर्जे का शातिर बदमाश है. 2017 में जेल से छूटा और उसके बाद से वह लगातार नाम और पहचान बदलकर अलग अलग शहरों में घूमता रहा, ओला पार्टी एप्लीकेशन पर खुद को अंश बताकर जोधपुर के युवक से दोस्ती की थी. उसके बाद में उनके घर आ गया. उसने अपने दोस्त को इस बात का झांसा दिया कि उसके पास बहुत ज्यादा काम है और वह उसे रोजगार दे देगा. लेकिन उसकी दोनों बहनों को बहला-फुसलाकर शादी का झांसा देकर यहां से ले गया.

पूछताछ में बदमाश ने पुलिस को बताया कि जब वह जोधपुर आया तो उसने अपना नाम विवेक कुमार प्रजापत बताया था. वह दिल्ली, असम, बिहार, पुणे, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों की लड़कियों से दोस्ती करता है और उनके साथ शारीरिक संबंध बनाता है. जितनी भी लड़कियां व महिलाओं को अपने जाल में फसाने के बाद यह देखता की लड़कियां गरीब हो ताकि आगे उसको कहीं दिक्कत ना आए.

हितेंद्रपाल ने पुलिस को यह भी बताया कि वह जिन लड़कियों या महिलाओं से दोस्ती करता है, उनके ही नाम के खाता और मोबाइल सिम लेकर चलाता है. उनसे ही रुपए लेकर अपना खर्च चलाता है. जिन लड़कियों को भगा कर लेकर जाता है, उनके नाम और पहचान भी बदल देता है. जोधपुर से दोनों युवतियों को भोपाल ले जाने से पहले ही उनके नाम और पहचान उसने बदल दी और उनके नए पहचान पत्र बना दिए. जो पुलिस ने बरामद किए हैं.

पुलिस की पूछताछ में हितेंद्र पाल ने बताया कि उसके खिलाफ हत्या के 4 मामले दर्ज है, उत्तर प्रदेश के चर्चित संत ज्ञानेश्वर हत्याकांड जो 2005 में हुआ था. उसमें भी उसने ही एके-47 से फायरिंग की थी. लेकिन वह पुलिस की गिरफ्त में आने से बच गया था. इसके बाद उसने उत्तराखंड में अपनी गैंग बना ली और अपने प्रतिद्वंदी गैंग के लीडर के भाई की हत्या कर दी. इसके बाद अन्य शहरों में भी उसने कई हत्या की, जिनमें गिरफ्तारी भी हुई.

हाल ही में वह फरीदाबाद में भी एक हत्याकांड में अभी भी फरार है. आरोपी कितना ख्यात है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस कस्टडी में उसको दूसरी गैंग के लोगों ने गोली मारी थी लेकिन वह बच गया. उसका पूरा पेट फाड़ कर उसका ऑपरेशन किया गया था. जिसके निशान उसके शरीर पर हैं. उत्तराखंड के अलग-अलग थानों में ही 10 मामले उसके खिलाफ दर्ज है, इसके अलावा उत्तर प्रदेश हरियाणा राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी उसके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज है.

कंटेंट: अशोक शर्मा

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