करौलीः हिंडौन में दूषित पानी से चलते 2 की मौत, सरकार ने मांगी रिपोर्ट

Karauli News: हिंडौन सिटी में दूषित पेयजल आपूर्ति से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है. मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़कर 135 के पार हो गया है. अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी हैं. लगातार हो रही मौत और मरीजों की  संख्या बढ़ने के बीच जलदाय और स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आया […]

NewsTak

राजस्थान तक

08 Dec 2022 (अपडेटेड: 09 Dec 2022, 11:03 AM)

follow google news

Karauli News: हिंडौन सिटी में दूषित पेयजल आपूर्ति से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है. मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़कर 135 के पार हो गया है. अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी हैं. लगातार हो रही मौत और मरीजों की  संख्या बढ़ने के बीच जलदाय और स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आया है. वार्ड में कैंप लगाकर मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है. जानकारी के अनुसार हिंडौन के शाहगंज निवासी 12 वर्षीय बालक देव कुमार को दूषित पानी पीने से उल्टी-दस्त की शिकायत हुई. जिसके बाद परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे. लेकिन वहां मासूम की मौत हो गई. इसी दौरान दत्तात्रेय पाड़ा निवासी 65 वर्षीय रतन धोबी ने भी दम तोड़ दिया.जिसे लेकर सरकार ने रिपोर्ट मांगी है.

Read more!

अब इस मामले में जलदाय मंत्री महेश जोशी ने विभाग से पूरे मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है. जलदाय मंत्री जोशी के निर्देश पर जयपुर से जलदाय विभाग के मुख्य अभियंता केडी गुप्ता सहित कई अधिकारी हिंडौन पहुंचे. जहां उनके द्वारा पाइपलाइन लीकेज, अवैध नल कनेक्शन, दूषित पेयजल के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और नर्सिंग छात्र भी घर-घर सर्वे कर मरीजों की जानकारी ले रहे हैं.

हिण्डौन नगर परिषद सभापति बृजेश जाटव और कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश मामू भी हिंडौन के जिला अस्पताल पहुंचे. हालातों का जायजा लेने के साथ ही मरीजों से कुशलक्षेम पूछी. वही अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए. खुद जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह भी पिछले दो दिन से हालात पर नजर बनाए हुए है.

जलदाय विभाग के चीफ इंजीनियर केडी गुप्ता का कहना है कि पूरा विभाग एक्शन मोड में है. यहां अवैध कनेक्शनक ज्यादा नजर आए हैं. उन कनेक्शन में पेयजल की गुणवत्ता खराब होने की आशंका है. हम कोशिश कर रहे हैं कि वह सभी चीजें दुरुस्त हो जाए. अभी यह कहा नहीं जा सकता कि दूषित पानी के चलते ही लोग बीमार पड़े है. अधिकरी के मुताबिक कई अन्य भी वजह भी हो सकती है. ऐसे में फिलहाल किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी.

यह भी पढ़ेः GST घोटाले के मास्टरमाइंड समेत 3 गिरफ्तार, 1 अरब का घोटाला कर चुका गिरोह

करौली-धौलपुर सांसद डॉ मनोज राजोरिया पहुंचे मौके पर, पहले भी जता चुके है नाराजगी

करौली-धौलपुर सांसद डॉ. मनोज राजोरिया भी मौके पर पहुंचे. उनका कहना है कि मैंने पहले भी नाराजगी जताई थी. लेकिन जलदाय विभाग के अधिकारियों ने सिस्टम को भगवान के भरोसे छोड़ दिया है. इसी के चलते यह परेशानी पैदा हुई. पानी की टंकी की साफ-सफाई पर कोई ध्यान नहीं देता. इन अधिकारियों के खिलाफ कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. ऐसे दोषी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ केस भी दर्ज होने चाहिए.

कंटेटः गोपाल लाल माली

    follow google newsfollow whatsapp