Khatu Shyam Lakkhi Mela 2025: खाटूश्याम बाबा का प्रसिद्ध लक्खी मेला आज शुक्रवार, 28 फरवरी 2025 से शुरू हो रहा है. यह भव्य मेला 12 दिनों तक चलेगा, जिसमें मुख्य मेला 10-11 मार्च को भरेगा. हर वर्ष लाखों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन के लिए देशभर से खाटू धाम पहुंचते हैं. इस मेले की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं, और प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के लिए कई नए इंतजाम किए हैं. आइए जानते हैं इस मेले की पूरी जानकारी, दर्शन व्यवस्था और कुछ जरूरी टिप्स जो आपको ध्यान रखने चाहिए.
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मेले की शुरुआत कब होगी
खाटूश्याम बाबा के मंदिर में विशेष सेवा-पूजा और श्रृंगार के लिए गुरुवार, 27 फरवरी 2025 की रात 10 बजे से मंदिर के पट बंद कर दिए गए. अब पट शुक्रवार, 28 फरवरी की शाम 5 बजे खुलेंगे. यानी इस दौरान दर्शन पूरी तरह बंद रहेंगे. बाबा का तिलक और विशेष पूजा संपन्न होने के बाद मेले की शुरुआत 28 फरवरी की शाम 5 बजे से होगी.
रींगस से पैदल यात्रा: इस बार 35 किमी का सफर
इस बार रींगस से पैदल आने वाले श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शन के लिए लगभग 35 किलोमीटर का सफर तय करना होगा. पिछले साल यह दूरी 28 किमी थी, लेकिन भीड़ को नियंत्रित करने और बेहतर व्यवस्था के लिए मार्ग में बदलाव किया गया है.
प्रशासन ने चारण मेला मैदान में जिगजैग मार्ग को बढ़ाकर 6 ब्लॉक तैयार किए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को दर्शन में आसानी हो. मेला प्रभारी और एसडीएम मोनिका सामोर ने बताया कि अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ यह व्यवस्था की गई है, जिससे भीड़ पर नियंत्रण रखा जा सके.
दर्शन के लिए 14 लाइनें
खाटूश्याम बाबा के दर्शन के लिए इस बार भी 14 लाइनों की व्यवस्था की गई है. रींगस रोड से आने वाले भक्तों को मुख्य प्रवेश द्वार (नगरपालिका के पास) से होकर चारण मैदान तक पहुंचना होगा. चारण मैदान में टीन शेड से ढके जिगजैग मार्ग से होते हुए भक्त लखदातार मैदान पहुंचेंगे.
वहीं, दांता रोड से आने वाले श्रद्धालु लाला मांगीराम धर्मशाला के पास से जिगजैग मार्ग में प्रवेश करेंगे और फिर मुख्य मेला मैदान की 14 लाइनों तक पहुंचेंगे.
भीड़ कम होने पर केवल 4 लाइनों से दर्शन की व्यवस्था की जाएगी. रींगस रोड से बाबा के दर तक पहुंचने में करीब 5 घंटे से अधिक समय लग सकता है. रास्ते में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कारपेट भी बिछाया जाएगा.
दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए खास व्यवस्था
मेला प्रभारी मोनिका सामोर के अनुसार, इस बार चारण खेत में 9 ब्लॉक बनाए गए हैं, जो पिछले साल 7 थे. VIP दर्शन केवल सरकारी प्रोटोकॉल वालों के लिए ही उपलब्ध होंगे, बाकी सभी के लिए यह सुविधा बंद रहेगी. दिव्यांग और बुजुर्ग भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. मंदिर से 250 मीटर दूर लाला मांगीराम धर्मशाला के पास एक अलग लाइन बनाई गई है, जहां से व्हीलचेयर के जरिए दिव्यांगों को दर्शन के लिए ले जाया जाएगा.
मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जरूरी बात
- मंदिर दर्शन का समय: 27 फरवरी की रात 10 बजे से 28 फरवरी की शाम 5 बजे तक मंदिर में दर्शन बंद रहेंगे.
- मेले का पहला दिन: 28 फरवरी की शाम 5 बजे के बाद ही दर्शन शुरू होंगे.
- विशेष पूजा: 28 फरवरी को बाबा का तिलक और विशेष सेवा-पूजा होगी, इसलिए पहले दिन भीड़ अधिक रह सकती है. मेले में आने से पहले मौसम और स्वास्थ्य का ध्यान रखें, क्योंकि पैदल यात्रा लंबी है.
खाटूश्याम बाबा के लक्खी मेले का महत्व
खाटूश्याम बाबा का लक्खी मेला राजस्थान के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है. यह मेला भक्तों के लिए आस्था और भक्ति का प्रतीक है. हर साल लाखों लोग बाबा श्याम के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की प्रार्थना करते हैं. इस बार प्रशासन की बेहतर व्यवस्था और सुविधाओं के साथ मेले को और भी यादगार बनाने की तैयारी है.
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