Lok Sabha Elections: रविंद्र सिंह भाटी की जीत होगी या हार? इस रिपोर्ट ने पहले ही बता दिया रिजल्ट!

लोकसभा चुनाव के प्रचार के जोर-शोर के बीच फलोदी सट्टा बाजार में भी भाव खुल गए हैं. इलेक्शन रिजल्ट से पहले ही सटोरियों ने राजस्थान की सीटों का हाल बता दिया है.

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लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के प्रचार के जोर-शोर के बीच फलोदी सट्टा बाजार (Phalodi Satta Bazar) में भी भाव खुल गए हैं. इलेक्शन रिजल्ट से पहले ही सटोरियों ने राजस्थान की सीटों का हाल बता दिया है. साथ ही देश में बहुमत किसे मिलेगा? इसे लेकर भी सट्टा बाजार ने दावा कर दिया है. सट्टा बाजार के अनुमान की मानें तो बीजेपी 300 से ज्यादा सीट सकती है. बीजेपी के लिए 330 से 335 सीटों का भाव 1 रुपए और 350 सीटों का भाव 3 रुपए चल रहा है. जबकि 400 सीटों का भाव 12 से 15 रुपए चल रहा है. वहीं, एनडीए के लिए 400 सीटों का भाव 4 से 5 रुपए है. सट्टा बाजार ने बीजेपी के 400 सीट पार के दावे को मुश्किल बता दिया है. अब सवाल राजस्थान का है तो यहां प्रदेश की 23 सीटों पर बीजेपी की जीत का दावा किया है. अब बात उस हॉट सीट बाड़मेर-जैसलमेर की भी, जहां युवा विधायक रविन्द्र सिंह भाटी चुनाव लड़ रहे हैं.

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26 साल का यह नौजवान बगावत के बूते शिव विधानसभा का चुनाव जीता और अब लोकसभा चुनाव में दमखम लगाए हुए हैं. यहां से मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी भी अपनी सीट को बचाने के लिए जोर लगाए हुए हैं. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल की टक्कर से मुकाबला त्रिकोणीय हो चला है.

फलोदी सट्टा बाजार का दावा है कि इस सीट पर केंद्रीय मंत्री को निराशा हाथ लग सकती है. साथ ही कांग्रेस पार्टी के लिए भी सीट जीतना मुश्किल हो सकता है. जबकि लोकसभा सीट पर उनके जीतने की संभावना पर फलोदी सट्टा बाजार ने भी मुहर लगा दी है. 

जाट-राजूपत के साथ कई जातियां निर्णायक

बता दें कि इस सीट पर जाट वोटर 4 से 4.50 लाख, एससी-एसटी 4 लाख और मुसलमान 2.50 लाख के करीब है. जबकि यहां 6 लाख मूल ओबीसी, 2.50 लाख राजपूत और वैश्य-ब्राह्मण 1.50 लाख हैं. साल 1952 से अब तक के परिणाम पर नजर डालें तो यहां जाट और राजपूत वोटर्स काफी अहम साबित होते हैं. जबकि मूल ओबीसी, राजपूत आदि मतदाताओं की भी निर्णायक भूमिका रहती है. 

 

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