Rajasthan Monsoon Update: राजस्थान में मॉनसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है और बीते 24 घंटों में पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में मेघगर्जन, वज्रपात के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, जबकि कुछ स्थानों पर भारी वर्षा भी हुई. पश्चिमी राजस्थान में भी कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई.
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पश्चिम मॉनसून ने ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट से प्रवेश किया है और अब यह राजस्थान की ओर बढ़ रहा है. समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक बादलों का घेरा बन गया है, जो दक्षिण-पश्चिम दिशा में झुका हुआ है. इससे अगले 12 घंटों में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे पूरे राजस्थान में अच्छी बारिश होगी.
पिछले 24 घंटों का हाल
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार, पूर्वी राजस्थान के भूंगड़ा (बांसवाड़ा) में सर्वाधिक 115 मिलीमीटर (मि.मी.) वर्षा रिकॉर्ड की गई. यह दर्शाता है कि मॉनसून ने प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में अच्छी दस्तक दे दी है.
आगामी दिनों का पूर्वानुमान
आज भी राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, और कुछ जगहों पर भारी वर्षा भी हो सकती है. पूर्वी राजस्थान में अगले एक सप्ताह तक बारिश की गतिविधियां जारी रहने और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है.
पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर संभाग के कुछ भागों में भी आगामी दिनों में मेघगर्जन के साथ बारिश होने की उम्मीद है. विशेष रूप से, 26 से 29 जून के दौरान बीकानेर और जोधपुर संभाग में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने और कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है.
मॉनसून का पूरा अपडेट:
पूर्वी राजस्थान: कोटा, उदयपुर, भरतपुर, अजमेर, जयपुर संभाग में कई जगहों पर बारिश होने की उम्मीद है.
पश्चिमी राजस्थान: जोधपुर और बीकानेर संभाग में भी कुछ जगहों पर बारिश हो सकती है.
आगे क्या होगा? (27 जून - 02 जुलाई 2025 का पूर्वानुमान)
पूर्वी राजस्थान (कोटा, उदयपुर, भरतपुर, अजमेर, जयपुर संभाग):
26 जून 2025 से 30 जून 2025 तक: अनेक स्थानों पर बारिश होने की संभावना है.
01 जुलाई 2025 से 02 जुलाई 2025 तक: कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है.
पश्चिमी राजस्थान (जोधपुर, बीकानेर संभाग):
26 जून 2025 से 30 जून 2025 तक: कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है.
01 जुलाई 2025 से 02 जुलाई 2025 तक: कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है.
बचाव और सुरक्षा के उपाय
भारी बारिश के कारण निचले इलाकों और अंडरपास में जलभराव हो सकता है, जिससे सड़कों पर यातायात प्रभावित हो सकता है. दृश्यता में कमी आने से यातायात दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ सकती है. मौसम विभाग ने आम जनता से सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने की अपील की है.
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