बिजली बिल नहीं भरा तो सांसद हनुमान बेनीवाल का कनेक्शन कटा, 11 लाख का था बकाया

Hanuman Beniwal News: राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के घर की बिजली काट दी गई. विद्युत विभाग ने बुधवार को यह कार्रवाई की.

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न्यूज तक

• 03:43 PM • 03 Jul 2025

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राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के घर की बिजली काट दी गई. विद्युत विभाग ने बुधवार को यह कार्रवाई की. विभाग के मुताबिक बेनीवाल के भाई प्रेमसुख के नाम पर चल रहे कनेक्शन पर 11 लाख रुपये से ज्यादा बकाया था.

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विभाग के अधीक्षण अभियंता (SE) अशोक चौधरी ने बताया कि बकाया वसूली अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई. "एक लाख से ज्यादा बकाया वाले सभी कनेक्शन काटे जा रहे हैं. बेनीवाल के यहां सबसे ज्यादा 10.75 लाख रुपये बकाया थे," उन्होंने कहा.

6 बार नोटिस के बाद हुई कार्रवाई

छह बार नोटिस देने के बाद कार्रवाई विभाग ने पहले छह बार नोटिस दिया. नवंबर में आखिरी नोटिस जारी कर 15 दिन का समय दिया गया था. SE चौधरी ने कहा, "सांसद हों या आम नागरिक, बिजली का बिल भरना जरूरी है."

बेनीवाल का दावा: मनमानी बिल और धोखेबाजी

पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल ने इन बिलों पर सवाल उठाते हुए कहा कि छह साल पहले बिजली खर्च से ज़्यादा का बिल भेजा गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी मनमर्जी से बिल भेज रहे थे, जिससे मार्च 2025 तक यह राशि ₹10 लाख से ऊपर हो गई. उन्होंने बताया कि उन्होंने मार्च में ₹1.90 लाख और ₹10 हज़ार समझौता फीस के रूप में जमा किए थे, और कनेक्शन की फाइल अभी भी समझौता प्रक्रिया में विचाराधीन है.

हनुमान बेनीवाल ने भी SE पर धोखा देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सरकार सांसद को कार्यालय और मुफ्त बिजली की सुविधा देती है, लेकिन उन्हें न तो कार्यालय मिला और न ही मुफ्त बिजली. उन्होंने बताया कि वह अपने घर से जनसुनवाई केंद्र चला रहे हैं. बेनीवाल के मुताबिक, 23 मार्च को SE ने ₹2 लाख लेकर बिल की गलत राशि का निपटारा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन SE ने धोखा दिया और निपटारा नहीं किया. उन्होंने MD से भी इस बारे में बात की थी. बेनीवाल ने कहा कि जब घर पर कोई नहीं था तो चोरी-छिपे कनेक्शन काटना उन्हें बदनाम करने की साजिश है.

SE का रुख: बिल भरना सबकी जिम्मेदारी

इस पूरे मामले पर डिस्कॉम SE अशोक चौधरी का कहना है कि बिजली का बिल छह साल से बकाया है. उन्होंने साफ किया, "सांसद हों या कोई आम नागरिक, बिजली का बिल तो भरना ही पड़ेगा." उन्होंने बताया कि पिछले छह साल से बिल बकाया चल रहा है और प्रेमसुख बेनीवाल को नोटिस भी दिए गए थे, लेकिन बिल जमा नहीं हुआ, जिसके बाद बुधवार को कनेक्शन काटा गया. हालांकि, समझौता प्रकरण और बकाया राशि के सवाल पर SE ने चुप्पी साध ली.

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