जिम में 270 KG वजन उठाते समय नेशनल प्लेयर का बैलेंस बिगड़ा, गर्दन टूटने से हुई मौत

Rajasthan: राजस्थान के बीकानेर में एक खौफनाक हादसा हुआ. जहां जिम में पावरलिफ्टिंग की प्रैक्टिस करते समय नेशनल खिलाड़ी यष्टिका आचार्य की दर्दनाक मौत हो गई. यष्टिका गर्दन पर 270 किलो का वजन उठाया था. इस दौरान अचानक हाथ स्लिप होने से उसका संतुलन बिगड़ गया और वजन उसकी गर्दन पर गिर गया.

Yashtika Acharya

Yashtika Acharya

हिमांशु शर्मा

20 Feb 2025 (अपडेटेड: 20 Feb 2025, 12:39 PM)

follow google news

Rajasthan: राजस्थान के बीकानेर में एक खौफनाक हादसा हुआ. जहां जिम में पावरलिफ्टिंग की प्रैक्टिस करते समय नेशनल खिलाड़ी यष्टिका आचार्य की दर्दनाक मौत हो गई. यष्टिका गर्दन पर 270 किलो का वजन उठाया था. इस दौरान अचानक हाथ स्लिप होने से उसका संतुलन बिगड़ गया और वजन उसकी गर्दन पर गिर गया. वजन गिरने से उसकी गर्दन टूट गई. हादसे के बाद यष्टिका को अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. 

Read more!

राजस्थान के बीकानेर के नत्थूसर गेट पर बड़ा गणेश मंदिर के पास ही द पावर हेडक्टर जिम में बीकानेर की नेशनल महिला पावर लिफ्टर यष्टिका आचार्य 17 वर्षीय जिम में प्रैक्टिस कर रही थी. उन्होंने गर्दन पर 270 किलो की रॉड पर वजन उठाया था. इस दौरान गर्दन पर रोड गिरने से यष्टिका की मौत हो गई.

जिम में उसके साथ प्रेक्टिस करने वाले अन्य खिलाड़ियों ने बताया कि यष्टिका रोज की तरह कोच की मौजूदगी में प्रैक्टिस कर रही थी. प्रैक्टिस के समय हाथ स्लिप होने से अचानक संतुलन बिगड़ा और 270 किलो वजनी रोड यष्टिका की गर्दन पर गिर गया. इस दौरान तेज झटका लगा. यष्टिका के पीछे खड़ा कोच भी तेज झटका लगने से पीछे जाकर गिरा. हादसे के बाद यष्टिका बेहोश हो गई. उन्हें जिम में ही फर्स्ट-ऐड देने की कोशिश की गई. वहां मौजूद खिलाड़ी उसे इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे. वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

वहां मौजूद खिलाड़ियों ने बताया कि ट्रेनर ने यष्टिका को वेट लिफ्ट करवा रहा था, उसने पहले एक.. दो.. तीन.. बोला. इसके बाद ही उसने वेट उठाया, लेकिन अचानक हाथ स्लिप होने से उसका संतुलन बिगड़ा व  पूरा वेट उसकी गर्दन पर आ गया. यष्टिका उसे संभाल ही नहीं पाई.

नेशनल चैंपियनशिप में जीता था गोल्ड मेडल

कुछ समय पहले ही यष्टिका ने गोवा में आयोजित 33वीं नेशनल बेंच प्रेस चैंपियनशिप में इक्विप्ड कैटेगरी में गोल्ड और क्लासिक कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता था. यष्टिका के पिता ऐश्वर्य आचार्य (50) कॉन्ट्रैक्टर हैं. यष्टिका की मौत के बाद परिवार में दुख का माहौल है तो वहीं परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है.

पुलिस में दर्ज नहीं हुआ मामला

पुलिस ने बताया कि अभी तक इस मामले में परिजनों द्वारा कोई शिकायत नहीं दी गई है. इसलिए मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया और उसके पास शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया. पुलिस की तरफ से मामले की जांच की जा रही है.

    follow google newsfollow whatsapp