NEET क्रैक करने वाले 3 भाई-बहन जिनकी मां अनपढ़ और पिता 5वीं पास, पढ़ें गजब की Success Story

NEET Success Story: झालावाड़ जिले की खानपुर तहसील के गांव चलेट में एक ही परिवार के 3 भाई-बहन डॉक्टर बनने जा रहे हैं.

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फिरोज खान

12 Jun 2024 (अपडेटेड: 12 Jun 2024, 02:01 PM)

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राजस्थान के झालावाड़ (Jhalawar News) जिले के चलेट गांव में सफलता (Success Story) की एक हैरान कर देने वाली कहानी सामने आई है. यहां 3 साल में एक-एक करके तीन भाई-बहनों ने नीट एग्जाम क्रैक (NEET Exam Result 2024) किया है और अब डॉक्टर बनने जा रहे हैं. ऐसा करके उन्होंने न केवल अपने परिवार जबकि पूरे प्रदेश का नाम रौशन किया है. हैरान कर देने वाली बात ये है कि उनकी माता मनभर अनपढ़ हैं और पिता राजेंद्र नागर 5वीं पास है जो खेती का काम करते हैं. 

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2022 में बहन अंजली नागर, 2023 में छोटे भाई अविनाश नागर तथा 2024 में बड़े भाई अजय नागर ने भी नीट परीक्षा अच्छे अंकों से पास करके सभी को हैरान कर दिया. अंजली के एग्जाम में 584 नंबर लाए थे और वह जाम नगर गुजरात की यूनिवर्सिटी में आयुर्वेद में पढ़ाई कर रही है. वहीं अविनाश नागर ने 660 नंबर प्राप्त होने पर झारखंड के देवधर एम्स संस्थान में प्रवेश लिया. अब बडे़ भाई अजय नागर ने नीट एग्जाम 2024 में 661 अंक प्राप्त कर ओबीसी में ऑल इंडिया 9202वीं रैंक हासिल की है.

 

 

घर के ऊपर पक्की छत तक नहीं

चलेट गांव में तीनों भाई-बहनों के लिए बेसिक सुख-सुविधाओं का भी अभाव है. घर में केवल दो कमरे हैं जिन पर छत व प्लास्टर तक नहीं है. छत पर केवल टिन की चद्दरें बिछी हुई हैं. एक कमरे में पशुओं के लिए भूसा भरा हुआ है. इसलिए तीनों भाई-बहन माता-पिता के साथ केवल एक कमरे में ही रहते हैं. हालांकि तीनों भाई-बहनों ने कोटा में किराए के कमरे में रहकर पढ़ाई की और साथ में उनकी मां भी रहती थी. लेकिन अब तीनों का सिलेक्शन हो गया है इसलिए मां गांव वापस आ गई है.

शुरू से ही काफी होनहार हैं तीनों भाई-बहन

तीनों भाई-बहन शुरू से ही काफी होनहार रहे हैं. सभी ने सेकंडरी और सीनियर सेकण्डरी बोर्ड परीक्षा में काफी अच्छे मार्क्स लाए हैं. अंजली नागर ने दसवी कक्षा में 95 % और 12 वीं परीक्षा में 82 %, भाई अविनाश नागर ने दसवीं में 82 % एवं 12 वीं में 92 % व दुसरे भाई अजय नागर ने दसवी में 82 प्रतिशत एवं 12वीं में 72 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे.

यहां देखें अजय नागर की मार्कशीट

अजय नागर ने बताया कि हमें माता-पिता ने कोटा में कोचिंग सस्थाओं में पढाई करवाई है. मां हमारे साथ ही रहती थी. पिछले दो सालों में मेरे भाई एवं बहन का सिलेक्शन हुआ है और इस साल मेरा नीट में सलेक्शन हुआ है.

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