गहलोत ही नहीं, राहुल-प्रियंका गांधी से भी खफा हैं पायलट? जन संघर्ष यात्रा का पोस्टर हुआ रिलीज

Rajasthan News: सचिन पायलट एक बार फिर तेवर दिखाने के लिए तैयार है. पिछले महीने 11 अप्रैल को जयपुर के शहीद स्मारक में अनशन पर बैठने के बाद अब उन्होंने जनसंघर्ष यात्रा का ऐलान कर दिया है. जो यात्रा अजमेर को 11 मई से शुरू होकर जयपुर पहुंचेंगी. इस यात्रा का पोस्टर भी रिलीज कर दिया […]

अजमेर: थोड़ी देर में होगा 'जन संघर्ष यात्रा' का आगाज, बेरोजगारों के हक की लड़ाई के लिए सड़क उतरेंगे

अजमेर: थोड़ी देर में होगा 'जन संघर्ष यात्रा' का आगाज, बेरोजगारों के हक की लड़ाई के लिए सड़क उतरेंगे

राजस्थान तक

• 10:17 AM • 10 May 2023

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Rajasthan News: सचिन पायलट एक बार फिर तेवर दिखाने के लिए तैयार है. पिछले महीने 11 अप्रैल को जयपुर के शहीद स्मारक में अनशन पर बैठने के बाद अब उन्होंने जनसंघर्ष यात्रा का ऐलान कर दिया है. जो यात्रा अजमेर को 11 मई से शुरू होकर जयपुर पहुंचेंगी. इस यात्रा का पोस्टर भी रिलीज कर दिया गया है. जिसमें आक्रामक अंदाज में पायलट नजर आ रहे हैं. वहीं, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, बाबा साहेब अंबेडकर, भगत सिंह. पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू, सोनिया गांधी और इंदिरा गांधी की भी तस्वीर है.

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हैरानी की बात यह है कि जहां पोस्टर पर सोनिया गांधी की तस्वीर तो है, लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी नदारद है. साथ ही पोस्टर पर प्रियंका गांधी का भी पोस्टर नहीं है. 

गौरतलब है कि पायलट ने 9 मई दोपहर में प्रेस कांफ्रेंस कर गहलोत के आरोपों का खुलकर जवाब दिया था. इस दौरान उन्होंने 11 मई को अजमेर से जनसंघर्ष पदयात्रा निकालने का ऐलान किया था. यह यात्रा अजमेर से शुरू होकर जयपुर तक जाएगी. इसके जरिए वह पेपर लीक, करप्शन और जनता से जुड़े मुद्दों को उठाएंगे. पायलट ने कहा था कि 125 किमी. लंबी इस यात्रा में करीब 5 दिन का समय लगेगा.

गहलोत पर कसा था तंज, बोले- बीजेपी नेताओं का हो रहा गुणगान
इस दौरान पायलट ने जमकर भड़ास निकाली थी. जिसमें उन्होने सीधे तौर पर गहलोत पर जुबानी हमला किया था. उन्होंने कहा थी कि मुझे बहुत कुछ कहा गया. कोरोना, गद्दार, निकम्मा और जो आरोप धौलपुर में लगाए गए, वो मैं ढाई साल से सुन रहा था. कांग्रेस के नेताओं को बदनाम करने का काम हो रहा है और बीजेपी के नेताओं का गुणगान हो रहा है. ऐसे लोगों पर आरोप लगाया जा रहा है जिनका सार्वजनिक जीवन 30-40 साल का रहा है. उनके इलाके में पूछ लीजिए क्या उनकी छवि है. हेमाराम चौधरी ने तो अपने अपने बेटे की याद में 22 करोड़ खर्च करके गरीब बच्चों के लिए हॉस्टल बनाया है. उन्होंने कहा कि जो पैसे के दम पर राजनीति करते हैं उन्हें हर जगह पैसा दिखता है.

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