Paper Leak: 24 दिसंबर को सेकंड ग्रेड पेपर लीक मामले में गिरफ्तार 57 आरोपियों में से 41 को जमानत मिल गई है. जबकि बाकी आरोपियों को भी जल्द ही जमानत मिलने की संभावना है. वकीलों द्वारा पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं. वकीलों का कहना है कि जिस तरीके से पुलिस ने आरोपी तो को जिन धाराओं के अंदर मामला दर्ज किया है. उसी के माध्यम से आरोपितों के वकीलों ने उन्हें जमानत दिला दी है. जबकि इस मामले से जुड़े मुख्य आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
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जिन 41 आरोपियों को जमानत मिली है उनमें से 33 उदयपुर में चलती बस से गिरफ्तार किए गए थे और 8 लोगों को होटल से पकड़ा गया था. जबकि पेपर के मास्टरमाइंड पुलिस की पकड़ से बाहर है. सरकार ने मास्टरमाइंड सुरेश ढाका की कोचिंग और घर पर बुलडोजर चलवा दिया है. लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
अपर जिला एवं सत्र न्यायालय-1 में सभी आरोपियों के मामले की सुनवाई की गई. जहां पुलिस ने अपने केस डायरी को कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने पुलिस की केस डायरी में दिए आरोप की सुनवाई करते हुए 41 आरोपियों को जमानत दी है. केस डायरी के अनुसार सभी प्रश्न आरपीएससी के प्रश्न पत्र से मेल नहीं खाते बल्कि आरोपियों के पास जो प्रश्न मिले हैं उनमें से केवल 80 प्रतिशत प्रश्न ही मेल खाते हैं. आरोपियों के वकीलों की केस लंबे चलने की दलील के बाद 41 आरोपियों को जमानत दी गई है.
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