नाथद्वारा में मित्रता का लिहाज? आबू रोड में मोदी और ट्विटर पर गहलोत ने एक दूसरे को जमकर सुनाया

Ashok gehlot on PM Narendra modi: नाथद्वारा में हेलीपैड पर सीएम गहलोत ने पीएम मोदी का स्वागत किया. ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी और दोनों की मित्रता को लेकर फिर चर्चे शुरू हुए. नाथद्वारा में मंच पर भी दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर वार किया पर बेहद मीठे अंदाज में तारीफ […]

नाथद्वारा में मित्रता का लिहाज? आबू रोड में PM और ट्विटर पर CM ने एक दूसरे को जमकर सुनाया

नाथद्वारा में मित्रता का लिहाज? आबू रोड में PM और ट्विटर पर CM ने एक दूसरे को जमकर सुनाया

राजस्थान तक

10 May 2023 (अपडेटेड: 10 May 2023, 02:30 PM)

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Ashok gehlot on PM Narendra modi: नाथद्वारा में हेलीपैड पर सीएम गहलोत ने पीएम मोदी का स्वागत किया. ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी और दोनों की मित्रता को लेकर फिर चर्चे शुरू हुए. नाथद्वारा में मंच पर भी दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर वार किया पर बेहद मीठे अंदाज में तारीफ की चाशनी में डूबोकर. पर ये ज्यादा देर तक नहीं रह पाया. आबू रोड पहुंचते ही पीएम मोदी गहलोत सरकार पर बरस पड़े. इधर अशोक गहलोत ने भी ज्यादा देर नहीं की और ट्विटर पर पीएम मोदी को नसीहद दे डाली.

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ध्यान देने वाली बात है कि नाथद्वारा में मंच पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी थे. तब पीएम मोदी ने संबोधन में ‘मेरे मित्र अशोक गहलोत’ बोला. मंच पर दोनों के संबोधन भी हुए और बातें भी कह दी, लेकिन मुस्कुराकर और बिना तल्खी की. वहीं जब पीएम आबू रोड पहुंचे तो वहां सीएम नहीं थे. ऐसे में उन्होंने राज्य सरकार और कांग्रेस पर जमकर भड़ास निकाली.

इधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए नसीहत दे डाली. सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा- ‘प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को आज नाथद्वारा के सरकारी कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मेरी उपस्थिति में राजनीतिक बयान देकर पूर्ववर्ती सरकारों की आलोचना करने से बचना चाहिए था। मोदीजी ने कहा कि रेलवे लाइन, बिजली की लाइन और मेडिकल कॉलेज पहले ही क्यों नहीं खोल दिए गए? संभवत: मोदीजी भूल गए कि जैसा संवरा हुआ देश उन्हें मिला वो आजादी के 67 साल के विकास के बाद मिला। ये देश एक दिन में नहीं बना है।’

गहलोत ने आगे ट्वीट कर कहा- ‘1947 में अंग्रेज जैसा भारत छोड़कर गए तब भारत में बिजली की इंस्टॉल्ड कैपिसिटी केवल 1362 मेगावॉट थी जो 2014 तक करीब 2.5 लाख मेगावॉट हो गई। ये महज एक उदाहरण है। शिक्षा, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, रेलवे, IT समेत हर क्षेत्र में 1947 से आज तक इसी तरह उत्तरोत्तर बढ़ोत्तरी हुई है।

गहलोत ने पीएम के भाषण की दिया ये उदाहरण
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा- ‘आज के मोदीजी के भाषण का भावार्थ ऐसा था जैसे किसी 21 साल के नौकरी में आए युवा को बोला जाए कि आप 20 साल पहले ही नौकरी में क्यों नहीं आ गए। मैं श्री नरेन्द्र मोदी से अपील करना चाहूंगा कि एक प्रधानमंत्री के रूप में सरकारी कार्यक्रमों में आपको अपने पूर्ववर्ती नेताओं का अपमान करने की बजाय उनका धन्यवाद करना चाहिए क्योंकि उन्होंने ऐसा देश मोदीजी को सौंपा जिसके कारण आज वो दुनिया में देश का प्रतिनिधित्व कर पाते हैं।’

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