दिल्ली: इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के 20वें संस्करण को संबोधित करेंगे पीएम मोदी, जानें पूरी डिटेल

India Today Conclave 2023: इंडिया टुडे कॉन्क्लेव का बहुप्रतीक्षित 20वां संस्करण 17 और 18 मार्च को दिल्ली में आयोजित होगा. इस कॉन्क्लेव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे. इस कॉन्क्लेव में अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े दिग्गज शामिल होंगे. ऐसे वक्त में जब दुनिया आर्थिक और भू-राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रही है, भारत उम्मीद की किरण […]

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राजस्थान तक

14 Mar 2023 (अपडेटेड: 14 Mar 2023, 09:35 AM)

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India Today Conclave 2023: इंडिया टुडे कॉन्क्लेव का बहुप्रतीक्षित 20वां संस्करण 17 और 18 मार्च को दिल्ली में आयोजित होगा. इस कॉन्क्लेव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे. इस कॉन्क्लेव में अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े दिग्गज शामिल होंगे. ऐसे वक्त में जब दुनिया आर्थिक और भू-राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रही है, भारत उम्मीद की किरण के रूप में सामने आया है. ऐसे वक्त में विश्व के सबसे प्रभावशाली नेताओं में शुमार पीएम मोदी इस बहुप्रतिक्षित कॉन्क्लेव के ‘आइकॉन ऑफ इंडिया’ वक्ता होंगे.

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प्रधानमंत्री मोदी ने पिछली बार 2019 में कोरोना महामारी से पहले इंडिया टुडे कॉन्क्लेव को संबोधित किया था. तब से लेकर आज तक बहुत कुछ बदल गया है. साल 2023 में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है. सामुद्रिक सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका भारत अब दुनिया के केंद्र में है. भारत इस वर्ष G20 शिखर सम्मेलन का मेजबान भी है, जो स्वच्छ ऊर्जा और आर्थिक सुधार पर केंद्रित है.

इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस-चेयरपर्सन कली पुरी के मुताबिक, “जैसा कि पिछले कॉन्क्लेव में उन्हें ‘डिस्रप्टर ऑफ चीफ’ से संबोधित किया गया, इस बार का पीएम मोदी का संबोधन उनकी लीडरशिप स्ट्रैटिजीज को सामने लाएगा, जो निश्चित रूप से आने वाले वर्षों में वैश्विक गतिविधियों को आकार देंगी.”

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2023 में शामिल होने के लिए यहां रजिस्टर करें

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अब तक छह बार इंडिया टुडे कॉन्क्लेव को संबोधित कर चुके हैं. गुजरात में बतौर मुख्यमंत्री कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने लोकप्रिय कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया जिसे गुजरात मॉडल के रूप में जाना जाने लगा. फिर प्रधानमंत्री के रूप में कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए उन्होंने नए भारत के लक्ष्यों को रेखांकित किया. उन्होंने 2003, 2008 और 2011 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में, फिर 2013 में BJP के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में कॉन्क्लेव को संबोधित किया. फिर 2017 और 2019 में प्रधानमंत्री के रूप में वे इंडिया टुडे कॉन्क्लेव को संबोधित कर चुके हैं.

इस साल के कॉन्क्लेव की थीम ‘द इंडिया मोमेंट’ है. दुनिया में सबसे अधिक नौजवान कामकाजी लोगों की आबादी भारत में है. अपनी इस ताकत से भारत वैश्विक आर्थिक विकास का प्रेरक बनने की ओर बढ़ रहा है. यही नहीं 900 मिलियन से अधिक इंटरनेट यूजर्स भारत की डिजिटल ताकत को भी मजबूत बना रहे हैं.

भारत आने वाले वक्त में बड़े चुनावों का भी गवाह बनने जा रहा है, जब पीएम मोदी केंद्र में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की बीजेपी की कोशिशों का नेतृत्व कर रहे होंगे. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2023 इस राजनीतिक समर का एजेंडा भी सेट करेगा. इस प्लेटफॉर्म पर सत्ताधारी एनडीए और विपक्ष दोनों की प्रमुख राजनीतिक हस्तियां अपनी नीतियों, वादों और संभावनाओं को लेकर बहस और चर्चा करती नजर आएंगी.

हमेशा की तरह इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2023 राजनीति, व्यवसाय, मनोरंजन, खेल और शिक्षा जगत की विवधताओं को एक साथ लाएगा. साथ ही, सार्थक संवाद और बहस के लिए एक मंच प्रदान करेगा.

कॉन्क्लेव में शामिल वक्ताओं में क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर, किरेन रिजिजू और स्मृति ईरानी, ​​कांग्रेस नेता शशि थरूर और पी. चिदंबरम, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा, उद्योगपति अनिल अग्रवाल और संजीव गोयनका, उद्यमी बायजू रवींद्रन जैसे दिग्गज शामिल होंगे. इसके अलावा अभिनेता राम चरण, आनुवंशिकीविद् डेविड सिंक्लेयर और सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे और यूयू ललित जैसे नाम भी शामिल होंगे.

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव एक दो दिवसीय ऐसा कार्यक्रम है जहां विभिन्न क्षेत्रों के हाई-प्रोफाइल वक्ता भारत और दुनिया के सामने मौजूद सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा और बहस करते हैं. इस इवेंट में आमतौर पर कीनोट स्पीच, पैनल डिस्कशन,फायरसाइड चैट और अन्य इंटरैक्टिव सत्र शामिल होते हैं. इनमें वक्ता विभिन्न विषयों पर अपने सुझाव, विचार और इनसाइट साझा करते हैं.

देखिए पीएम मोदी ने कब-कब इंडिया टुडे कॉन्क्लेव को किया संबोधित

साल 2008, जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.

साल 2011, जब उन्होंने गुजरात डेवलपमेंट मॉडल के बारे में बताते हुए भारत को दुनिया में एक ‘शक्ति’ के तौर पर स्थापित करने की बात कही थी.

साल 2017, जब जीएसटी काउंसिल की तरफ से जीएसटी अप्रूव करने के अगले दिन पीएम मोदी इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में हुए थे शामिल.

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