Rajasthan News: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नए जिलों की घोषणा की. जिसके चलते कांग्रेस को फिर से सत्ता की आस है. उनकी इस घोषणा की जहां कई जगह तारीफ हो रही है तो कई जगह विरोध भी है. इसे लेकर गहलोत सरकार के मंत्री ने भी विरोध जाहिर किया है. जयपुर के दो हिस्से करने पर कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहां कि नए जिलों को लेकर कोई चर्चा तक नहीं हुई थी. यहीं नहीं आने वाले चुनाव में कांग्रेस को इसका नुकसान तक झेलने की बात कही है. क्योकि जयपुर एक था और एक ही रहेगा, इसके दो हिस्से नहीं होने दूंगा.
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सूत्रों के मुताबिक मंत्री ने ये बात कांग्रेस वॉररूम में प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने कही. उन्होंने कहा कि जयपुर की जनता की भावना का ध्यान रखा जाएगा. जयपुर राजस्थान की राजधानी है, इसका नाम जयपुर ही रहेगा. उन्होंने यहा तक कहा कि दोनों नगर निगम जयपुर में रहेंगे.
साथ ही इस बात को लेकर भी खुलकर नाराजगी जाहिर की हैं कि जयपुर उत्तर-दक्षिण करने से पहले मुख्यमंत्री ने कैबिनेट में जिलों को लेकर कोई चर्चा नहीं की. यहां तक की जयपुर को लेकर भी जयपुर के किसी भी जनप्रतिनिधि से मुख्यमंत्री ने कोई चर्चा नहीं की. खाचरियावास ने कांग्रेस सरकार के काम की तारीफ भी की और कहा कि सरकार का काम बहुत अच्छा है. हम सरकार को रिपीट करेंगे, लेकिन जिलों को लेकर अभी कोई फाइनल फैसला नहीं हुआ है. जहां विधायकों और मंत्रियों की बिना राय के जिलों को हिस्सों में बांटने की बात हुई है, उन्हें लागू करने के लिए मुख्यमंत्री से हमने मना कर दिया है.
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