राजस्थान में लगातार हो रही बारिश से कई जिलों से नुकसान की खबरें आ रही है. इसी बीच राजधानी जयपुर से एक बड़ी खबर आई है. जहां मूसलाधार बारिश से यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल एतिहासिक आमेर किले को नुकसान पहुंचा है.
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शनिवार को भारी बारिश के कारण किले के दिल-ए-आराम बाग की 200 फीट लंबी दीवार ढह गई. दीवार गिरने की तेज धमाके जैसी आवाज से आसपास मौजूद पर्यटक भी सहम गए. हालांकि गनीमत ये रही कि कोई व्यक्ति दीवार के पास नहीं था, जिससे बड़ा हादसा टल गया. दीवार के मलबे में कुछ बाइक और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए.
हाथी सवारी अग्रिम आदेश तक बंद
जयपुर में आमेर किला पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय है. बारिश के मौसम में यहां देसी-विदेशी सैलानियों की भीड़ रहती है. आमेर महल अधीक्षक डॉ. राकेश छोलक ने बताया कि भारी बारिश के कारण ज्वाला माता मंदिर के सामने रामबाग की दीवार ढह गई. इससे हाथी स्टैंड से आमेर महल की ओर जाने वाला रास्ता कमजोर हो गया है. पर्यटकों और हाथियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हाथी सवारी को अग्रिम आदेश तक बंद कर दिया गया है.
राजस्थान में बाढ़ जैसे हालात
मौसम विभाग ने 25 अगस्त तक राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. कोटा-बूंदी में रेड अलर्ट है. हाड़ौती क्षेत्र में बिगड़ते हालात के चलते सेना को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाया गया है. बीसलपुर और कोट बैराज जैसे बड़े बांधों के गेट खोले गए हैं. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे और रेल सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं.
आज मौसम विभाग ने जयपुर, दौसा, बीकानेर, करौली, श्रीमाधोपुर, भरतपुर, चूरू, झुंझुनू, अलवर, धौलपुर, बूंदी, बारां, कोटा, झालावाड़, अजमेर, भीलवाड़ा, जोधपुर, पाली, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, उदयपुर और सिरोही जिले में बारिश का अलर्ट जारी किया है.
भारी बारिश का कारण
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि मध्य प्रदेश-राजस्थान की सीमा पर बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन अब दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान की ओर बढ़ गया है. मानसून ट्रफ लाइन गंगानगर, चूरू, ग्वालियर, सतना और डालटनगंज से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है. इस सिस्टम के कारण बारिश का दौर जारी है.
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