Rajasthan: राइजिंग राजस्थान से पहले बाबा किरोड़ीलाल मीणा का बड़ा खेल, हनुमान बेनीवाल ने भी दिया साथ

राजस्थान की राजनीति में किरोड़ीलाल मीणा को लेकर घमासान मचा हुआ है, पहले बाबा के भाई जगमोहन मीणा चुनाव हारे. इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ी तो हॉस्पिटल पहुंचे. अब हॉस्पिटल से निकलते ही किरोड़ीलाल फिर से मैदान में लोगों के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे हैं.

kirodilal meena

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News Tak Desk

• 12:45 PM • 08 Dec 2024

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राजस्थान की राजनीति में किरोड़ीलाल मीणा को लेकर घमासान मचा हुआ है, पहले बाबा के भाई जगमोहन मीणा चुनाव हारे. इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ी तो हॉस्पिटल पहुंचे. अब हॉस्पिटल से निकलते ही किरोड़ीलाल फिर से मैदान में लोगों के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे हैं. इस दौरान पर उनपर पर राजकार्य में बाधा पहुंचाने को लेकर एफआईआर भी दर्ज हुई. हालांकि अब कहा जा रहा है कि केस दर्ज नहीं हुआ है. 

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किरोड़ीलाल ने इसे लेकर राजस्थान के सीएम भजन लाल से भी सवाल किया कि ये एफआईआर किसके कहने पर हुई है. इस बीच अब बाबा को हनुमान बेनीवाल का साथ भी मिल गया है. हनुमान बेनीवाल ने भी बाबा की एफआईआर को लेकर सरकार से सवाल किया है. बेनीवाल ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि 'मेरा केंद्रीय गृह मंत्री श्री @AmitShah व राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री @BhajanlalBjp से सवाल है कि जयपुर के महेश नगर थाने के रोजनामचे में राजस्थान सरकार के वरिष्ठ मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल जी मीणा के खिलाफ राजकार्य में बाधा की प्रकरण किसके कहने से दर्ज हुआ ?'

किरोड़ीलाल के पक्ष में आए बेनीवाल 

इसके अलावा बेनीवाल ने लिखा 'राजस्थान में SI भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का प्रमाण राज्य की सबसे बड़ी जांच एजेंसी SOG दे चुकी है ऐसे में राजस्थान सरकार के वरिष्ठ मंत्री  @DrKirodilalBJP जी द्वारा इस भर्ती को रद्द करवाने की मांग को लेकर आंदोलित छात्रा को पुलिस द्वारा घर से जबरन उठाने के मामले में पुलिस से जानकारी लेने से जुड़े मामले में कौनसा राजकार्य बाधित हुआ ? प्रदेश सरकार के एक मंत्री द्वारा कहना की सरकार मेरी है तो क्या मैं अन्याय सहन करूंगा ? मंत्री जी का यह वक्तव्य इस बात का प्रमाण है कि राजस्थान की भाजपा सरकार संवेदनशील नहीं है और बेरोजगारों के मुद्दे पर भाजपा दोगलापन कर रही है, ऐसे में यह भी स्पष्ट है कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है क्योंकि SOG, पुलिस मुख्यालय तथा एडवोकेट जनरल भी इस भर्ती को रद्द करने की सिफारिश कर चुके है बावजूद इसके सरकार चुप है.'

सरकार से खफा नजर आ रहे हैं किरोड़ीलाल

आपको बता दें कि शुक्रवार को किरोड़ीलाल ने भी एक रिपोर्टर के सवाल पर कहा कि अब से सीएम साहब ही बताएंगे कि ये एफआईआर क्यों हुई. किरोड़ीलाल अपनी ही सरकार से सवाल कर रहे हैं, इससे पहले वो उपचुनाव में अपने साथ दगा करने का आरोप लगा चुके हैं. हालांकि किरोड़ीलाल ने अब तक उस जयचंद का नाम तो उजागर नहीं किया है लेकिन अब किरोड़ीलाल आर पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं. 

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