UPSC Success Stories: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल परिणाम जारी कर दिया है. राजस्थान के युवाओं ने इस बार भी शानदार प्रदर्शन किया है. कुछ ने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की, तो कुछ ने संघर्ष के बाद अपने सपने को पूरा किया.
ADVERTISEMENT
जोधपुर के त्रिलोक सिंह ने पहले अटेम्प्ट में मारी बाजी
जोधपुर के भाखरी गांव के त्रिलोक सिंह करणोत ने पहले ही प्रयास में UPSC परीक्षा पास कर ली है. त्रिलोक को 20वीं रैंक मिली है. यह उपलब्धि पूरे मारवाड़ क्षेत्र के लिए गर्व की बात है.
जयपुर के रिदम कटारिया को 370वीं रैंक
जयपुर के रहने वाले रिदम कटारिया को इस परीक्षा में 370वीं रैंक मिली है. यह उनका दूसरा प्रयास था. रिदम वर्तमान में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर कार्यरत हैं. 2017 में रिदम के पिता का निधन हो गया था. इसके बाद मां ने उन्हें संभाला और पढ़ाई के लिए प्रेरित किया. उनकी मां शिल्पी शाह सरकारी स्कूल में टीचर हैं.
बाड़मेर के तन्मय को चौथे प्रयास में सफलता
बाड़मेर के तन्मय मंसूरिया को 832वीं रैंक मिली है. तन्मय जिला अस्पताल में कार्यरत पीएमओ डॉ. बीएल मंसूरिया के बेटे हैं. उन्होंने चौथे प्रयास में यह सफलता पाई है. तन्मय ने मयूर नोबल्स एकेडमी से स्कूली शिक्षा ली और बाद में आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई की.
सीकर की नम्रता मीणा का पहला प्रयास और सफलता
सीकर जिले के नीमकाथाना की नम्रता मीणा ने पहले ही प्रयास में UPSC क्लियर कर 743वीं रैंक हासिल की है. नम्रता के पिता पावटा में गिरदावर हैं और मां सीमा मीणा एक सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल हैं. नम्रता ने ऑनलाइन कोचिंग से घर पर ही तैयारी की और मेहनत और माता-पिता के सहयोग से सफलता हासिल की.
इसके अलावा बाड़मेर के सुखराम भुंकर को 448वीं, खेतदान को 689वीं और लोकेंद्र कुमार को 954वीं रैंक मिली है.
ADVERTISEMENT