Nagaur Crime News: राजस्थान में युवक की मौत के 7 दिन बाद जब गांव में पुलिस कब्र खोदने पहुंची तो हर कोई हैरान रह गया. पुलिस ने मृतक युवक की डेडबॉड़ी निकलवाकर मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाया और फिर वहीं दफना दिया. मामला नागौर जिले के डोडियाना गांव के रहने वाले युवक कैलाश बावरिया की मौत से जुड़ा हुआ है.
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क्या है मामला
दरअसल, नागौर जिले का निवासी कैलाश बावरिया अजमेर के मोतीसर गांव में खेती का काम करता था. 27 जुलाई को कैलाश की मौत हो गई. उस दिन उनकी पत्नी अपने ससुराल मोतीसर (नागौर) गई हुई थी और युवक खेत पर अकेला था. इसी दौरान पति कैलाश की डेडबॉड़ी फांसी से लटकती हुई मिली. युवक की मौत की सूचना घरवालों को मिली थी कि कैलाश की रात को सोते वक्त हत्या हो गई. लेकिन घरवाले मौके पर पहुंचे तो देखा कि गले में फांसी का फंदा लगा हुआ है. जिसके बाद परिजनों कैलाश को अजमेर अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजनों ने सामाजिक रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार कर दिया. लेकिन 7 दिन बीत जाने के बाद उसकी पत्नी नाथी देवी ने पुष्कर थाने में अपने पति की हत्या करने का मुकदमा दर्ज करवाया.
क्यों निकलवाई डेडबॉड़ी
मृतक युवक की पत्नी नाथी देवी ने पुष्कर थाने में अपने पति की हत्या करने का मुकदमा दर्ज करवाया, जिसमें उसने बताया कि आरोपी ओम रावत और उसके दो सहयोगियों ने मिलकर उसके गले में फांसी का फंदा डालकर हत्या कर दी. जैसे ही मामला अजमेर पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचा तो उन्होंने आदेश जारी करते हुए जांच अधिकारी अजमेर ग्रामीण डीवाईएसपी, पादूकलां थाना अधिकारी सुनील चौधरी, रिया बड़ी तहसीलदार भीवराज पड़िहार को पत्र लिखा और कहा कि शव को कब्र से बाहर निकलवाया जाए और मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाए.
गांव वाले रह गए चकित
जैसे ही यह घटना हर किसी ने सुनी तो गांव के लोग मौके पर पहुंच गए और गांव के लोगों के सामने शव को कब्र से बाहर निकाला गया. इसके बाद मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम कर बॉडी के सैंपल एकत्रित किए. मृत व्यक्ति के शरीर का बारीकी से निरीक्षण किया गया. इसके बाद शव को वापस भी दफना दिया गया.
पुलिस ने क्या बताया
पुलिस ने क्या कहा जांच अधिकारी रामचंद्र,डीवाईएसपी ने बताया यह जो घटनाक्रम हुआ है, उसमें उच्च अधिकारियों के सामने पोस्टमार्टम करवाया गया है. साथ ही एफएसएल टीम के द्वारा सैंपल भी लिए हैं. उसको आगे जयपुर भेजे जाएंगे. जैसे ही पोस्टमार्टम की रिपोर्ट और एफएसएल टीम की रिपोर्ट आते ही कार्रवाई की जाएगी.
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