राजस्थान के नए प्रदेश प्रभारी रंधावा पहुंचे कोटा, सचिन पायलट ने मिलकर किया ये ट्वीट

Rajasthan News: कांग्रेस पार्टी के नवनियुक्त राजस्थान के प्रभारी और पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम बुधवार को कोटा पहुंचे. वे भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए. इस मौके पर प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने उनसे मुलाकात की और उसकी तस्वीर ट्वीट कर भारत जोड़ो यात्रा में स्वागत किया. सचिन पायलट ने ट्वीट […]

NewsTak

राजस्थान तक

• 12:09 PM • 07 Dec 2022

follow google news

Rajasthan News: कांग्रेस पार्टी के नवनियुक्त राजस्थान के प्रभारी और पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम बुधवार को कोटा पहुंचे. वे भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए. इस मौके पर प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने उनसे मुलाकात की और उसकी तस्वीर ट्वीट कर भारत जोड़ो यात्रा में स्वागत किया.

Read more!
स्क्रीन ग्रैब: सचिन पायलट के ट्वीटर से.

सचिन पायलट ने ट्वीट कर लिखा- “राजस्थान कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी श्री सुखजिंदर सिंह रंधावा जी से मुलाकात कर शुभकामनाएँ प्रेषित की एवं भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने पर उनका स्वागत किया।”

गौरतलब है कि अजय मानक के इस्तीफा देने के बाद से प्रदेश प्रभारी का पद खाली था. बताया जा रहा है कि 25 सितंबर को जब खड़गे और माकन पर्यवेक्षक के रूप में आए और गहलोत गुट के विधायकों ने विधायक दल की बैठक से न केवल दूरी बनाई बल्कि मंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर समानांतर बैठक की. अधिकांश विधायकों ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को उसी रात जाकर सौंप दिया. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने उनके इस्तीफे स्वीकार नहीं किए. इधर 8 नवंबर को चिट्‌ठी लिख अजय माकन ने अपना इस्तीफा सौंप दिया था. बताया जा रहा था कि चिट्‌ठी में माकन ने 25 सितंबर को विधायकों की बगावत और उनपर एक्शन नहीं लेने को लेकर इस्तीफा दिया था.

अब रंधावा को कमान, बोले- जिम्मेदारी पूरा करके ही वासस जाऊंगा
इधर सुखजिंदर रंधावा ने राजस्थान की गुटबाजी पर कहा- जिसको प्रभारी बनाया जाता है उसकी पहली जिम्मेदारी बनती है ग्रुपिज्म को कैसे कम करना है. राजस्थान का केस अलग है. जो ग्रुपिज्म की जो बात हो रही है.. दोनों कांग्रेसी हैं. बैकग्राउंड कांग्रेसी है. ऐसा नहीं है कि कोई बाहर से आया है. ऐसे ग्रुप को कंट्रोल जल्दी किया जा सकता है. हाई कमांड का साथ रहेगा मुझे. हाई कमांड इसमें चिंतित भी है कि इसमें दोबारा कांग्रेस को लेकर आना है. मुश्किल तो है पर ऐसा नहीं है कि मैं नहीं कर पाउंगा. राजस्थान के कांग्रेस में भी विश्वास होना चाहिए कि वो अपने लिए नहीं बल्कि पार्टी के लिए आया है. मैं पूरा कम करके ही वापस आउंगा.

यहां पढ़ें: सुखजिंर सिंह रंधावा के राजस्थान के प्रभारी बनने के बाद उनका एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

    follow google newsfollow whatsapp