चुनाव खत्म होते ही मुश्किल में रविंद्र सिंह भाटी! इस मामले में दर्ज हुई FIR

रविंद्र भाटी पर दर्ज मामले की जांच सीआईडी-सीबी को सौंपी गई है.

NewsTak

दिनेश बोहरा

• 09:47 AM • 30 Apr 2024

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बाड़मेर-जैसलमेर सीट (barmer jaisalmer loksabha seat 2024) से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी (fir against ravindra singh bhati) की रैलियों में उमड़ी भीड़ ने पूरे देश का ध्यान उनकी तरफ आकर्षित किया. लेकिन अब चुनाव खत्म होते ही रविंद्र सिंह भाटी मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं. पुलिस ने निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी, 32 नामजद समर्थकों समेत कई लोगों पर राजकार्य में बाधा, हाईवे जाम, धारा 144 के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया है. 

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दरसअल, राजस्थान में दूसरे चरण की वोटिंग के बाद 27 अप्रैल को निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी अपने समर्थकों और उनकी गाड़ियों को पुलिस हिरासत से छुड़ाने के लिए बालोतरा एसपी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए थे. अब दो दिन बाद 29 अप्रैल को पुलिस ने रविंद्र सिंह भाटी समेत 32 नामजद लोगों समेत कई अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है.

 

 

भाटी की टीम ने जारी किया वीडियो

 

इन सबके बीच निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी की टीम ने 18 सेकंड का भाटी का एक वीडियो जारी किया है. इसमें रविंद्र भाटी अपील करते हुए कहते हैं, "अपना उद्देश्य हाईवे को ब्लॉक करना नहीं है. हाईवे से जो गाड़ियां गुजर रही हैं उनको जगह देना. हम अपनी बात को लोकतांत्रिक तरीके से आगे तक पहुंचाने और रखने आए हैं. आप सभी कॉपरेट करें." 

सीआईडी सीबी को सौंपी गई मामले की जांच

सोमवार देर शाम पचपदरा सीआई अमराराम खोखर ने रविंद्रसिंह भाटी समेत 32 नामजद और अन्य कई लोगों पर राजकर्य में बाधा, हाईवे जाम करने और धारा 144 के उल्लंघन का मामला दर्ज करवाया है. मामले की जांच सीआईडी-सीबी को सौंपी गई है.

भाटी ने पुलिस-प्रशासन पर लगाए थे गंभीर आरोप

2 दिन पहले 27 अप्रैल को बाड़मेर -जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्रसिंह भाटी ने अपने समर्थकों की रिहाई के लिए बालोतरा एसपी कार्यालय के आगे धरना दिया था. भाटी का आरोप था कि 26 अप्रैल को वोटिंग के दौरान बायतु में कई जगह पर उनके समर्थकों को बेवजह पीटा गया. प्रवासी मतदाताओं को वोट देने से रोकने के साथ उनकी गाड़ियों को सीज किया गया और एकतरफा कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उनके समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया. भाटी ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा था कि बाड़मेर -जैसलमेर के करीब 100 मतदान केंद्रों पर फर्जी तरीके से वोटिंग हुई जिसमें प्रशासन की मिलीभगत थी.

भाटी समेत इनके खिलाफ नामजद मामला

निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्रसिंह भाटी, सौरभ सिंह, हिंदू सिंह, घनश्याम सिंह, नरपतसिंह, रहिशदान, राजेंद्र जैन, रानीदान, अमरसिंह, पीरसिंह, कपिल खटीक, प्रकाश दान, महेश प्रजापत, माधुसिंह, सवाईसिंह, रामसिंह, मिलनसिंह खारवाल, मगनसिंह, बंटी राजपूत, विक्रमसिंह, जसु , राजू खारवल, नेमीचंद, लक्ष्मणसिंह, त्रिलोक सेन, नितेश, दौलतसिंह, चिंटू, युगलसिंह, जेपी, राहुल समेत सैकड़ों लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. 

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