RBSE Topper Story: माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा के नतीजे जारी कर दिए हैं. इस नतीजों में नागौर जिले के एक बेहद गरीब परिवार के जन्मे प्रदीप ने कमाल कर दिया है. प्रदीप ने सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर 10वीं बोर्ड में 96% अंक हासिल किए हैं. नागौर के डेगाना उपखंड के निमड़ी कोठारिया के रहने वाले प्रदीप के पिता गांव में मोची का कार्य करते हैं.
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जैसे ही कक्षा 10वीं का रिजल्ट जारी हुआ. प्रदीप ने जब अपना रिजल्ट देखा तो वह फूला नहीं समाया. क्योंकि प्रदीप के सामने जिस तरीके की समस्या और परेशानियां थी उस परिस्थिति में इतने अच्छे अंक लाना बहुत मुश्किल था. प्रदीप के पिता हंसराज अपने ही गांव के पास मोची का काम करते हैं और मां कचरा बीनने का काम करती हैं.
सरकारी स्कूल में की पढ़ाई
प्रदीप ने बिना किसी ट्यूशन के और बिना मोबाइल के सहायता से यह सफलता प्राप्त की है. प्रदीप के पास किसी प्रकार की कोई भी सुख-सुविधा नहीं थी. एक समय का खाना मिल गया तो दूसरे समय के लिए इंतजार करना पड़ता था. क्योंकि प्रदीप के पिता के पास इतना पैसा नहीं था कि वह उसकी प्राइवेट स्कूल में भेज कर शिक्षा दिलवा सके. अब प्रदीप ने अपनी मेहनत के दम पर दिन रात कड़ी मेहनत कर 10वीं कक्षा में 96% अंक हासिल कर अपने पिता और पूरे जिले का नाम रोशन किया है.
6 भाई बहन हैं
प्रदीप और उसके छह भाई-बहन हैं. प्रदीप से बड़ी बहने हैं और दो भाई हैं. चारों बहनें ससुराल जाती हैं. प्रदीप की सबसे बड़ी बहन अनपढ़ हैं, वहीं दूसरे नंबर की बहन BA फाइनल कर चुकी हैं. वहीं तीसरे नंबर की बहन अभी 12 कक्षा में पढ़ाई हैं. चौथे नंबर की बहन ने आठवीं पास की है. वहीं पांचवी नंबर का भाई अनिल है, वह 12वीं में साइंस मैथमेटिक्स से था और इस बार उसने 74% अंक हासिल किए हैं. वहीं प्रदीप ने कक्षा 10 में 96% अंक हासिल किए हैं.
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