गणतंत्र दिवस: परेड में पहली बार शामिल होगा BSF का महिला ऊंट सवार दस्ता, 20 से ज्यादा जवान लेंगी हिस्सा

Rajasthan News: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का पहला महिला ऊंट सवार दस्ता आगामी गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार हिस्सा लेगा. इसे राजस्थान फ्रंटियर के ट्रेनिंग सेन्टर व बीकानेर सेक्टर ने तैयार किया है जो कि विश्व का पहला महिला ऊंट सवार दस्ता है. सबसे खास बात तो यह है कि इस महिला ऊंट सवार […]

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विमल भाटिया

23 Jan 2023 (अपडेटेड: 23 Jan 2023, 03:31 PM)

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Rajasthan News: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का पहला महिला ऊंट सवार दस्ता आगामी गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार हिस्सा लेगा. इसे राजस्थान फ्रंटियर के ट्रेनिंग सेन्टर व बीकानेर सेक्टर ने तैयार किया है जो कि विश्व का पहला महिला ऊंट सवार दस्ता है. सबसे खास बात तो यह है कि इस महिला ऊंट सवार दस्ते की ड्रैस डिजाइन भी अद्भुत व खास तरह की है जिसे खासतौर पर विख्यात डिजाइनर राघवेन्द्र राठौड़ ने तैयार किया है.

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बीएसएफ का यह महिला उंट सवार दस्ता आकर्षक व ग्लोरियस राजसी पोशाक के साथ पहली बार आगामी 26 जनवरी को राजपथ पर होने वाली परेड में हिस्सा लेगा. इस महिला ऊंट दस्ते में 20 से ज्यादा बीएसएफ की महिला जवान रहेंगी. गौरतलब हैं कि इस महिला ऊंट दस्ते ने हाल ही में पहली बार अमृतसर में आयोजित हुई बीएसएफ की रेजिंग डे परेड में भी हिस्सा लिया था. इन दिनों यह दस्ता राजपथ पर पुरुष ऊंट सवार दस्ते के साथ रिहर्सल कर रहा है.

प्रसिद्ध डिजाइनर राघवेंद्र राठौर की डिजाइन की गई महिला प्रहरियों की यह वर्दी भारत के कई कीमती शिल्प रूपों का प्रतिनिधित्व करती है. बीएसएफ कैमल कॉन्टिजेंट ब्रांड के लिए महिला प्रहरियों की वर्दी के डिजाइन में राजस्थान के इतिहास के प्राचीन और सांस्कृतिक तत्वों को भी शामिल किया गया है. गौरतलब है कि राजस्थान व गुजरात के रेतीले धोरे व विषम भौगोलिक परिस्थितियों में ऊंट बीएसएफ के जवानों का एक अभिन्न साथी है. बीएसएफ का सुप्रसिद्ध ऊंट दस्ता हर वर्ष दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड तथा बीएसएफ की स्थापना दिवस परेड पर अपनी मनमोहक प्रस्तुति देता है. यह सिलसिला 1976 से शुरू हुआ था जो आज भी चल रहा है.

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