Divya Mittal Case: दो करोड़ रुपये के घूस मामले में आरोपी निलंबित ASP दिव्या मित्तल की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. जमानत पर छूटते ही उसे एसओजी ने अजमेर जेल के बाहर से फिर गिरफ्तार कर लिया. गौरतलब है कि एसीबी की गिरफ्त में आने के 100 दिन बाद शनिवार को ही दिव्या मित्तल जमानत पर जेल से बाहर आई थी.
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SOG ने देर शाम इस बात का खुलासा किया कि दिव्या मित्तल की गिरफ्तारी NDPS एक्ट के तहत शनिवार शाम लगभग सवा 5 बजे की गई. उसे कल सुबह अजमेर की NDPS अदालत में पेश किया जाएगा. एसओजी के एडिशनल एसपी कमल सिंह तंवर ने उसकी गिरफ्तारी का आधार अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन नहीं करने और आरोपी को गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तारी से बचाने को बताया है. एएसपी तंवर के अनुसार दिव्या मित्तल ने ऐसे आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया था जिसकी गिरफ्तारी की अनुमति उन्हें जारी की गयी थी.
दिव्या मित्तल के रिसोर्ट पर चला था बुलडोजर
उदयपुर नेचर हिल रिसॉर्ट में बुलाकर परिवादी से 2 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी गई थी. उसी रिसॉर्ट को प्रशासन ने खाली करने के आदेश दिए थे. जब उसे खाली नहीं किया गया तो यूआईटी के अधिकारी वहां पहुंचे और रिसॉर्ट पर बुलडोजर चलवा दिया. यूआईटी द्वारा नेचर हिल रिसॉर्ट को बुलडोजर से तहस नहस करवाने का वीडियो भी उस समय सामने आया था.
यह है पूरा मामला
साल 2021 में भारी मात्रा में ड्रग्स बरामदगी पर दिव्या मित्तल जांच कर रही थी और परिवादी का उसी ड्रग्स केस में नाम था. नाम हटाने की एवज में उससे ₹2 करोड़ की रिश्वत मांगी गई. जब इतनी बड़ी रकम परिवादी से मांगी गई तो परिवादी ने देने से इनकार कर दिया और कुछ कम करने के लिए बोला. दिव्या मित्तल ने उससे कहा कि यह सब्जी की दुकान नहीं है, हमें आगे तक पैसा पहुंचाना होता है. इसी तरीके से षड्यंत्र रच कर परिवादी को उदयपुर भेजा डरा धमकाकर रिश्वत की डिमांड की. लेकिन इसकी भनक लगते ही दिव्या मित्तल को गिरफ्तार कर लिया गया.
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