Dholpur News: राजस्थान (Rajasthan) के धौलपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात कर्मचारी की लापरवाही प्रसूता को भारी पड़ गई. अस्पताल में तैनात कार्मिक प्रसूता और उसके परिजनों को अस्पताल में बंद कर बाहर से ताला लगाकर चला गया. जब प्रसूता की तबीयत खराब होने लगी तो उसकी सास अस्पताल में डॉक्टर को देखने गई. लेकिन उसे अस्पताल में कोई नहीं मिला और गेट पर ताला लगा हुआ था. करीब 3 घंटे तक प्रसूता, नवजात और उसकी सास अस्पताल के अंदर फंसे रहे.
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उसी दौरान कुछ ग्रामीण अस्पताल के पास से निकले तो प्रसूता की सास ने उन्हें आवाज लगाई. ग्रामीण अस्पताल के गेट पर पहुंचे और ताला लगा हुआ देख उन्होंने सरपंच को सूचना दी. सरपंच ने अस्पताल के प्रभारी को सूचना दी और इसके बाद अस्पताल का ताला खोलकर प्रसूता, नवजात बच्चे और उसकी सास को बाहर निकाला गया.
मामला धौलपुर जिले के सरमथुरा उपखंड के बड़ा गांव में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है. जब इस घटना के बारे में अस्पताल प्रभारी डॉ. कैलाश मीणा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अस्पताल में स्टाफ की कमी है और कर्मचारियों ने किसी कारणवश ताला लगा दिया होगा. मीडिया के सवालों का अस्पताल प्रभारी कोई जवाब नहीं दे पाए.
मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जयंतीलाल मीणा ने बताया कि इस मामले को लेकर शर्मिंदगी महसूस हो रही है और टीम गठित कर जांच करवा रहा हूं. जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
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