फिर हॉर्स ट्रेडिंग की चर्चा गर्म: सीएम गहलोत बोले- MLA रमिला की कार की डिक्की में रखे गए थे पैसे

Gehlot again raised the issue of horse trading: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (ashok Gehlot) ने एक बार फिर हॉर्स ट्रेडिंग ( horse trading in rajasthan) की चर्चा छेड़ सियासत को गर्म कर दिया है. जून की तपिश के बीच सीएम गहलोत का ये बयान सोशल मीडिया समेत राजनैतिक गलियारों में सुर्खियों में है. इस बार तो […]

वसुंधरा पर कार्रवाई को लेकर सीएम गहलोत ने दिया बड़ा बयान, बोले- मैं कार्रवाई करने को तैयार हूं

वसुंधरा पर कार्रवाई को लेकर सीएम गहलोत ने दिया बड़ा बयान, बोले- मैं कार्रवाई करने को तैयार हूं

राजस्थान तक

13 Jun 2023 (अपडेटेड: 13 Jun 2023, 04:52 PM)

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Gehlot again raised the issue of horse trading: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (ashok Gehlot) ने एक बार फिर हॉर्स ट्रेडिंग ( horse trading in rajasthan) की चर्चा छेड़ सियासत को गर्म कर दिया है. जून की तपिश के बीच सीएम गहलोत का ये बयान सोशल मीडिया समेत राजनैतिक गलियारों में सुर्खियों में है. इस बार तो अशोक गहलोत ने यहां तक कह दिया कि विधायक रमिला की कार की डिक्की में पैसे रख दिए गए थे, लेकिन इन्होंने बिल्कुल हाथ तक नहीं लगाया और उन लोगों से कहा कि चले जाइए यहां से.

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मुख्यमंत्री गहलोत बांसवाड़ा (Banswara) के मगरदा में 2500 करोड़ रुपए की अपर हाई लेवल कैनाल परियोजना का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने विधायक रमिला खड़िया की तारीफ करते-करते उस बात का जिक्र कर दिया जब गहलोत सरकार खतरे में आ गई थी.

राजस्थान में जा सकती थी हमारी सरकार- गहलोत
सीएम ने कहा- ये जो मांगेगी इसको मना कर नहीं सकता. यदि ये आदिवासी महिला नहीं होती तो आज मैं मुख्यमंत्री के रूप में खड़ा नहीं होता. हमारी सरकार एमपी, महाराष्ट्र और कर्नाटक में चली गई. यहां जा सकती है. इस महिला ने हिम्मत का काम किया. एक नया पैसा स्वीकार नहीं किया. इसके बाद लोग पैसे लेकर बांसवाड़ा तक आ गए. डिक्की में रखा. लोगों ने कहा ये पैसे ले लो. इसने कहा मैं हाथ नहीं लगाउंगी. इतनी बड़ी बहादुरी का काम किया. इसे मैं कैसे भूल सकता हूं. ताली बजाइए रमिला के लिए. ये महिला है. सभी महिलाएं ताली बजाइए.

इस चर्चा ने फेस वार को दी फिर हवा
गहलोत वर्सेज पायलट (Gehlot vs Pilot) मामले में भले ही प्रदेश प्रभारी रंधावा कहते हों कि 90 फीसदी मामला शॉटआउट हो गया. भले ही महासचिव केसी वेणुगोपाल कहते हैं कि दोनों के बीच अब कुछ भी नहीं है. फिर भी गाहे-बागाहे इनका विवाद साफ दिख जा रहा है. 11 जून को पायलट ने एक बार फिर गहलोत सरकार को इशारे-इशारे में कटघरे में खड़ा किया. इधर बांसवाड़ा में गहलोत ने विधायक रमीला के बहाने सरकार गिराने की नाकाम कवायद फिर चर्चा कर दी.

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