राजस्थान ही नहीं देश भर में चर्चित आईएएस और बाड़मेर की जिला कलक्टर टीना डाबी एक नवाचार को लेकर फिर से चर्चाओं में हैं. आईएएस टीना डाबी के बाड़मेर में किए गए नवाचार को राजस्थान की भजनलाल सरकार पूरे प्रदेश में लागू करने की तैयारी कर रही है. बाड़मेर की जिला कलक्टर ने यह नवाचार दिव्यांगजनों को राहत देने के लिए किया था. अब बाड़मेर का यह मॉडल पूरे प्रदेश में लागू होकर दिव्यांग जनों को राहत प्रदान करता नजर आएगा.
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दरअसल, बाड़मेर की जिला कलक्टर टीना डाबी ने 'नवो बाड़मेर' समन्वित कार्यक्रम के तहत अक्टूबर माह में दिव्यांग जनों के पंजीकरण से लगाकर उनकी जरूरतों के लिए जिले के उपखंड मुख्यालयों पर कैंपेन का आयोजन करवाया है. जिला कलक्टर टीना डाबी ने आज तक से खास बातचीत करते हुए कहा कि दिव्यांग जनों को पंजीकरण से लगाकर किसी तरह की कोई असुविधा ना हो. इसके लिए प्रशासन ने उपखंड स्तर पर शिविरों का आयोजन किया और मेडिकल बोर्ड को दिव्यांग जनों के लिए इन शिविरों में भेजा.
महज एक माह में करीब 7000 हजार दिव्यांग जन इस शिविर में पहुंचे. करीब 2000 अधिक दिव्यांग जनों का इन शिविरों में दिव्यांग पंजीकरण किया गया. साथ ही प्रशासन ने इस बात भी जांचा कि किसको किस उपकरण की आवश्यकता है. सरकार ने इसके लिए बाड़मेर को 25 लाख का विशेष बजट भी उपलब्ध करवाया. इससे दिव्यांग जनों को ट्राय साइकिल, व्हील चेयर समेत उपकरण मुहैया करवाए गए.
दो बातें खास ; जिला कलक्टर
जिला कलक्टर टीना डाबी ने बताया कि इस कैंपेन की दो बातें खास है कि हमने दिव्यांग जनों के लिए मतदान बूथ की तर्ज पर प्रत्येक सरकारी कार्यालयों की ऑडिट की. ताकि दिव्यांग जनों को सरकारी कार्यालयों में पहुंचने में या उनके काम में कोई असुविधा तो नहीं हो रही है ? इसके अलावा आज (28 अक्तूबर) शिविरों के समापन कार्यक्रम के दिन मंत्री के.के. विश्नोई के हाथों एक एप्प की लॉन्चिंग करवाई है. बाड़मेर के दिव्यांग जनों के लिए एक यह खास एप्लिकेशन होगी. इसमें दिव्यांग जन अपनी सहूलियत के मुताबिक टॉयलेट हो या अन्य सुविधाएं इस एप्प पर ही देख कर चयन कर पाएंगे.
जिला कलक्टर टीना डाबी के मुताबिक हमारे इस कैंपेन और काम की मंत्री महोदय अविनाश गहलोत ने भी तारीफ की है और प्रदेश भर में इस बाड़मेर मॉडल को लागू करने की बात कही है. जो हमारे बाड़मेर के लिए बहुत खुशी की बात है.
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