"बैंक ऑफ बड़ौदा में खाता खुलवाओ" वायरल सॉन्ग के पीछे की पूरी कहानी, कौन हैं गाने का असली सिंगर!

Bank of Baroda Mein Khata Khulayo: इन दिनों सोशल मीडिया पर एक गाना खूब धूम मचा रहा है - "बैंक ऑफ बड़ौदा में खाता खुलवाओ." यह गीत अपनी ठेठ राजस्थानी धुन और मजेदार बोल के कारण लाखों लोगों की जुबान पर चढ़ गया है.

Bank of Baroda Mein Khata Khulayo
Bank of Baroda Mein Khata Khulayo

ललित यादव

11 Jul 2025 (अपडेटेड: 11 Jul 2025, 11:17 AM)

follow google news

Bank of Baroda Mein Khata Khulayo: इन दिनों सोशल मीडिया पर एक गाना खूब धूम मचा रहा है - "बैंक ऑफ बड़ौदा में खाता खुलवाओ." यह गीत अपनी ठेठ राजस्थानी धुन और मजेदार बोल के कारण लाखों लोगों की जुबान पर चढ़ गया है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इस वायरल सेंसेशन के पीछे की असली कहानी क्या है और इसे किसने गाया है?

Read more!

दरअसल, वायरल होने के बाद इस गाने को लेकर कई सिंगर अपना-अपना दावा कर रहे हैं, वायरल हो रहे गाने को राजस्थान के झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ तहसील के चिराना गांव के रहने वाले बलवीर सैनी ने गाया है. बलवीर सैनी ने यह गीत एक पारंपरिक लोकगीत के रूप में प्रस्तुत किया था, जिसे राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में होली के दौरान चंग की थाप पर गाया जाता है. इस तरह के गीतों को धमाल कहा जाता है.

धमाल की अनोखी कहानी

इस धमाल में एक देवरानी अपनी जेठानी को छेड़ती हुई नजर आती है. गीत का सार कुछ ऐसा है:

"देवरानी अपनी जेठानी से कहती है कि उसका पति विदेश (इराक) से बहुत पैसा कमा रहा है.

वह बताती है कि उसने अपने पति द्वारा भेजे गए पैसों को जमा करने और बचाने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा में अपना और अपने बच्चों का खाता खुलवाया है.

गीत में देवरानी 10 लाख रुपये के ड्राफ्ट का जिक्र करती है, जो उसके पति ने विदेश से भेजा है.

वह जेठानी से कहती है कि उसका पति उनके लिए कपड़े और बच्चों के लिए खिलौने जैसी महंगी चीजें भेजता है, जिससे उनकी हैसियत अब बहुत बढ़ गई है.

इस गीत में व्यंग्य के रूप में, वह यह भी बताती है कि उसका पति कितना समृद्ध है कि वह गांजा और महंगी शराब भी पीता है.

अंतिम पंक्तियों में वह बताती है कि उसका पति बी.ए. और एम.ए. की पढ़ाई करके इराक में अच्छी नौकरी कर रहा है, और अब उनका रुतबा जेठानी से बहुत बड़ा हो गया है."

क्रेडिट की लड़ाई

वीडियो वायरल हुआ तो कई लोगों ने इसे अपने नाम से पेश करना शुरू कर दिया. लोग मूल गाने में बदलाव करके इसका श्रेय खुद ले रहे हैं. बलवीर सैनी का मूल गीत भले ही सादगी भरा था, लेकिन आज की डिजिटल दुनिया में इसकी धुन और बोल ने इसे एक नया जीवन दे दिया है.

किसने लिखा है ये गाना?

न्यूज तक बात करते हुए बलबीर सैनी बताते हैं, मूल रूप से इस गाने के लेखक और सिंगर लीलाराम गुर्जर बांकोटी हैं, जो कि कोटपुलती के एक गांव के निवासी है. उन्होंने यह गाना 23 Dec 2020 को अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया था. जिसपर करीब 74 हजार व्यूज आए थे लेकिन उस समय गाना हिट नहीं हुआ था.

इसके बाद झुंझुनूं के रहने वाले बलबीर कहते हैं कि 2 मार्च 2025 को होली के दौरान चंग की थाप पर उन्होंने यह गाना गाया. फिर 4 मार्च को अपने यूट्यूब चैनल और फेसबुक पर वीडियो पोस्ट किया. जिसके बाद यह गाना काफी हिट हुआ.

बलबीर ने बताया कि मेरा वीडियो आने के बाद यह गाना चर्चाओं में आ गया. इसके बाद एक लोकगायक 'केबी नारेड़ी सिंगर' ने इसे स्टूडियो में गाया और वीडियो बनाकर अपने चैनल पर 19 मार्च को अपलोड किया. इसके बाद अलग-अलग लोगों ने इसे रिमिक्स करके गाना बनाया.

कैसे वायरल हुआ

बलवीर ने बातचीत में बताया कि वह बिजली विभाग में जॉब करते हैं, एक वीक पहले उन्होंने इस गाने को फेसबुक पर डाल दिया. जिसके बाद यह वायरल हो गया. लोग इसके म्यूजिक से रील बनाने लगे. जिसके कारण यह हिट हो गया.

बैंक ऑफ बड़ौदा ने जारी किया नोटिस

बैंक ऑफ बड़ौदा ने यू ट्यूबर के खिलाफ एक नोटिस जारी किया है. जिसमें उस लाइन को हटाने के लिए बोला गया है जिसमें बैंक ऑफ बड़ौदा का नाम लिया गया है.

    follow google newsfollow whatsapp