भारत जोड़ो यात्रा की ये तस्वीर है चर्चा में, जानिए राजस्थान की सियासत में तस्वीरों के मायने

Bharat Jodo Yatra: राजस्थान की सियासत में तस्वीरें गाहे-बगाहे अलग ही कहानियां कहती रही हैं. एक तरफ सोशल मीडिया पर इन तस्वीरों की चर्चा और उसके मायने लोग तलाशते रहे हैं वहीं सियासी गलियारों में भी इनके दम पर चीजें बनती और बिगड़ती देखी गई हैं. राजस्थान कांग्रेस में भले ही फेस वार का शोर […]

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राजस्थान तक

05 Dec 2022 (अपडेटेड: 05 Dec 2022, 02:57 PM)

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Bharat Jodo Yatra: राजस्थान की सियासत में तस्वीरें गाहे-बगाहे अलग ही कहानियां कहती रही हैं. एक तरफ सोशल मीडिया पर इन तस्वीरों की चर्चा और उसके मायने लोग तलाशते रहे हैं वहीं सियासी गलियारों में भी इनके दम पर चीजें बनती और बिगड़ती देखी गई हैं.

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राजस्थान कांग्रेस में भले ही फेस वार का शोर थम सा गया हो पर ये कब तक थमेगा ये कहना मुश्किल होगा. इन सबके बीच राहुल गांधी की झालावाड़ में भारत जोड़ो यात्रा की एंट्री और फिर आदिवासी नृत्य में पायलट का हाथ थामना एक अलग कहानी कह रहा है. वहीं मंच पर गहलोत के साथ सेल्फी की तस्वीर भी काफी चर्चा में है.

भारत जोड़ो यात्रा में गहलोत और पायलट पर नजर!
अभी तक लोगों के जेहन में सवाल जस का तस है. भारत जोड़ों यात्रा के 520 किमी के सफर में अधिकांश हिस्सा पायलट के प्रभाव वाला है. इस हिस्से में गुर्जर और मीणा का एक बड़ा वोट बैंक है. राजस्थान में 2018 के विधानसभा और 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान लोकनीति और सीएसडीएस पोल सर्वे की रिपोर्ट में ये बात सामने आ चुकी है कि सचिन पायलट के नाम पर 2018 की विधानसभा में मिले वोट का एक चौथाई 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी में शिफ्ट हो गया था. वजह बताया गया पायलट का सीएम न बनना.

यह भी पढ़ें: भारत जोड़ो यात्रा: राजस्थान में शुरू हुई राहुल की यात्रा, साथ नजर आए गहलोत-पायलट

ऐसा माना जा रहा है कि पायलट प्रभाव वाले बेल्ट में नाराजगी है जिसे भारत जोड़ो यात्रा में दूर करने की कवायद होगी. राजस्थान तक से खास इटरव्यू में पायलट भी इस बात का इशारा कर चुके हैं कि 2023 में कांग्रेस को रिपीट करने के लिए बदलाव की जरूरत है यानी सीएम का फेस बदलना होगा नहीं तो मुश्किल होगी.

तस्वीर: सचिन पायलट के ट्वीटर से.

हाथ तो मिले पर दिल मिले क्या?
राजस्थान में राजनैतिक द्वंद्व के बीच भारत जोड़ो यात्रा से पहले पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल की एंट्री से बयानबाजियां थम तो थम गईं. तस्वीर भी जारी हुई- हम साथ-साथ हैं. इस तस्वीर की राजस्थान की सियासत में खूब चर्चा हुई. लोगों ने कहा- हाथ मिले पर दिल भी मिले क्या?

तस्वीर: सचिन पायलट के ट्वीटर से.

राहुल और प्रियंका के साथ पायलट की तस्वीर चर्चा चर्चा में
इससे पहले मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सचिन पायलट की एक तस्वीर खूब चर्चा में रही. इस तस्वीर में वो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ मुस्कुराते नजर आए. उस वक्त तक राजस्थान कांग्रेस में बयानबाजियों का माहौल था. ऐसा माना जाने लगा कि अब आलाकमान पायलट की तरफ दिखता नजर आ रहे है.

वायरल तस्वीर.

दिव्या मदेरणा की तस्वीर पर आपत्तिजनक कमेंट!
वहीं दिव्या मदेरणा और राहुल गांधी की एक तस्वीर की सियासत में अलग चर्चा रही. इसपर आपत्तिजनक कमेंट किए गए. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने तंज करते हुए कहा-  ये इंग्लैंड-अमेरिका नहीं. इसपर दिव्या ने पलटवार कर कहा- इससे निम्नतम स्तर नहीं. दिव्या जब इस फोटो को शेयर कर ट्रोल हुईं तो उन्होंने ट्रोलर्स को जवाब देने के लिए सोनिया गांधी के साथ एक फोटो शेयर कर दी.

वहीं बीजेपी के पूर्व मंत्री व विधायक मदन दिलावर ने तो सीमाएं ही लांघ दी. उन्होंने कहा- राहुल गांधी में इतनी भी शर्म नहीं है कि माताओं, बहनों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है. ऐसे काख में दबाकर चुम्बन ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी ऐसा अपराधी आपके राजस्थान में आ रहा है, पकड़ के जेल में डालो राहुल गांधी को. ऐसा अपराधी यहां क्यों घूम रहा है, नहीं घूमना चाहिए ना?

अब सेल्फी वाली तस्वीर के निकाले जा रहे अलग मायने
इसी बीच गहलोत के साथ राहुल गांधी सेल्फी लेते नजर आ रहे हैं. इस सेल्फी में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ भी हैं. इस तस्वीर को काग्रेस पार्टी के ट्वीटर हैंडल पर शेयर किया गया. अब इस तस्वीर को गहलोत समर्थक अलग एंगल से देख रहे हैं और सोशल मीडिया में इसपर चर्चाए आम है कि आगे भी राजनीति के जादूगर का ही जादू चलेगा.

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