उदयपुर में महिला मैनेजर के साथ गैंगरेप! कार में CEO और एक कपल की गंदी करतूत डैश कैम में हुई कैद, सवा 3 घंटे तक पीड़िता को नोंचते रहे आरोपी

Udaipur Gang Rape case: आरोप है कि उदयपुर की सड़कों पर आधी रात एक महिला मैनेजर के साथ कंपनी के CEO जितेश सिसोदिया, कंपनी की महिला एग्जीक्यूटिव हेड शिल्प और उसके पति गौरव ने अश्लीता की सारी सीमाएं लांघ दी.

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तीनों आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें 4 दिन की रिमांड पर जेल भेज दिया गया.

पंकज शर्मा

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झीलों की नगरी उदयपुर में एक टॉप रेटिंग कंपनी में काम करने वाली महिला मैनेजर की जिंदगी को एक रात में ही नरक बना दिया गया. पार्टी के बाद उसे घर छोड़ने के नाम पर जो किया गया, उसने महिला सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े कर दिए. एक कार उदयपुर की सड़कों पर पूरी रात दौड़ती रही. उस कार में एक युवती की आबरू से वो खेल रहे थे जिन्होंने उसे सुरक्षित घर छोड़ने का भरोसा दिया था. जिनकी कंपनी में भरोसे के साथ काम करने वो पहुंची थी. आरोपी सवा तीन घंटे तक वो करते रहे जिसकी उसने सपने में भी नहीं सोचा होगा. इन आरोपियों में एक महिला भी थी युवती के साथ अश्लील हरकतें करने वालों का साथ दे रही थी. 

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जब महिला मैनेजर घर पहुंची तो पूरे शरीर में दर्द था. उसने देखा कि उसका ईयररिंग गायब है. पैरों के शॉक्स भी गायब थे. जब उसे थोड़ा और होश आया तो देखा कि उसके अंडरगारमेंट भी नहीं हैं. निजी अंगों समेत शरीर के दूसरे हिस्से में दर्द है. शरीर पर चोट के निशान हैं. युवती को ये समझते देर न लगी कि पिछले सवा 3 घंटों में उसके साथ क्या-क्या हुआ. पीड़िता को अचानक याद आया कि जिस कार में वो सवार हुई थी उसमें डैशकैम भी था. उसने डैश कैम की रिकॉर्डिंग निकलवाई और पूरी कहानी सामने आ गई. 

होटल में पार्टी और फिर ऑफ्टर पार्टी साजिश 

 उदयपुर के एक होटल में एक आईटी कंपनी की तरफ से पार्टी हुई. पार्टी में सभी कर्मचारी शामिल हुए. पार्टी में  सीईओ जितेश सिसोदिया ने अपना जन्मदिन भी सेलिब्रेट किया. ये पार्टी CEO के बर्थडे और न्यू-ईयर का कॉम्बो थी. पार्टी में पीड़िता (महिला मैनेजर) देर से करीब 9 बजे पहुंची. पार्टी अपने पूरे शबाब पर थी. नशे में चूर होकर लोग डांस और म्यूजिक का लुत्फ ले रहे थे. किसी को क्या पता था कि म्यूजिक और जोश के पीछे गंदी साजिश पल रही है जो रात के अंधेरे में एक युवती की जिंदगी बर्बाद करने वाली है. उदयपुर की अंधेरी सड़कों पर उसकी अस्मत से खेलने का प्लान बनाने वाले गंदी निगाहों से उसे देख रहे हैं. 

युवती की तबीयत बिगड़ी तो आरोपियों को मिला मौका 

इधर पार्टी में पीड़िता की तबीयत खराब हो गई. वो घर जाना चाहती थी. रात करीब 1:30 बजे पार्टी खत्म हुई, लेकिन साजिश रचने वाले उसे घर कहां जाने देते. जैसे ही उसने घर जाने की बात कही तो कंपनी के दूसरे सहकर्मी उसे घर छोड़ने के लिए तैयार हो गए. इसी बीच महिला एग्जीक्यूटिव हेड शिल्प सिरोही ने एंट्री मारी. उसने पीड़िता से को घर छोड़ने का प्रस्ताव रखा.

युवती को जिस कार में बैठने के लिए कहा गया उसमें पहले से कंपनी का CEO जितेश सिसोदिया और गौरव सिरोही थे. गौरव ड्राइविंग सीट पर था. युवती के साथ महिला एग्जीक्यूटिव हेड भी कार में बैठ गई. इससे महिला मैनेजर को भरोसा हो गया कि उस कार में एक अन्य महिला भी है. उसे ये नहीं पता था कि ये भरोसा जल्द ही टूटकर बिखरने वाला है. ध्यान देने वाली बात है कि महिला एग्जीक्यूटिव हेड कोई और नहीं बल्कि गौरव सिरोही की पत्नी है. यानी कार में पति-पत्नी, CEO और पीड़िता थी.  

रास्ते में नशीला पदार्थ खरीदा 

कार आगे बढ़ गई. आरोपियों ने रास्ते में कार रोककर एक दुकान से नशीला पदार्थ खरीदा. आरोपियों ने जबरन से धुम्रपान करने वाला पदार्थ पीड़िता को पिला दिया. पीड़िता को नशा छाने लगा. उसे खुद पर काबू नहीं रहा. वो नशे के आगोश में जाने लगी. अब कार उदयपुर की सड़कों पर सरपट दौड़ने लगी. पीड़िता को इतना याद रहा कि उसके साथ कुछ तो गलत हो रहा है. वो बार-बार कार में बैठे CEO जितेश सिसोदिया, गौरव सिरोही समेत अन्य को मना करती रही. उसने उन्हें घर छोड़ देने की विनती की. कार सवा 3 घंटों तक दौड़ती रही. आखिरकार आरोपियों ने सुबह के  5 बजे पीड़िता को उसके घर के पास छोड़कर चले गए. 

डैशकैम बना महत्वपूर्ण सबूत 

इधर पीड़िता अपने साथ हुए इस बर्ताव को लेकर अंदर ही अंदर घुट रही थी. उसे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था. वो बार-बार उस घटना को रिकॉल करने की कोशिश कर रही थी कि आखिर उसके साथ ये सब क्या हुआ है और कौन-कौन इसमें शामिल है? अचानक उसे याद आया कि कार में डैशकैम लगा था. बस क्या था पीड़िता को तो जैसे इस केस के लिए संजीवनी हाथ लग गई. इसमें ऑडियो हाथ लग गया. पीड़िता घटना के तीन दिन बाद यानी 23 दिसंबर को पुलिस के पास शिकायत करने पहुंची. 

जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की जिम्मेदारी एएसपी माधुरी वर्मा को सौंप दी. पीड़िता के बयान, मेडिकल रिपोर्ट के अलावा अन्य सबूत इकट्‌ठा किए जाने लगे.

मेडिकल रिपोर्ट में निजी अंगों में चोट के निशान मिले 

पीड़िता के मेडिकल रिपोर्ट में उसके निजी अंगों में चोट के निशान मिले, जो गैंगरेप की आशंका की पुष्टि करते हैं. पुलिस ने शिकायत मिलने के दो दिन बाद यानी 25 दिसंबर को सीईओ जितेश सिसोदिया, गौरव सिरोही और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया. तीनों को कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने 4 दिन की पुलिस रिमांड दे दी. आरोपी सीईओ जितेश सिसोदिया उदयपुर की GKM IT प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का मालिक है. कंपनी वेबसाइट पर 4.7/5 रेटिंग दावा किया जाता है. कंपनी महिलाओं के सुरक्षा की बात करती है.

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