Vasundhara Raje thundered on Gehlot and Pilot: जून की तपिश में झुलस रहे राजस्थान में सियासी पारा भी चढ़ने लगा है. अभी तक राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट वसुंधरा राजे सरकार में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे थे. इसी बीच राजे ने अपनी धार्मिक यात्रा के बीच रामायण की कथा का वृतांत बताकर कांग्रेस पार्टी के कथित ‘असेट्स’ को जमकर घेरा है. ऋषिकेश में संत चिदानंद सरस्वती की तरफ से आयोजित राम कथा राजे ने गहलोत और पायलट दोनों पर निशाना साधा है.
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रविवार को आयोजित इस कथा में बोलते हुए वसुन्धरा राजे ने कहा- एक समय था जब पिता के आदेश पर भगवान राम सिंहासन छोड़कर 14 वर्ष तक वनवास गए. भरत को सिंहासन पर बैठाने की भी तैयारी हुई,लेकिन उन्होंने त्याग की मिसाल पेश की. बड़े भाई राम की चरण पादुकाओं को सिंहासन पर रख कर ही शासन चलाया,लेकिन खुद सिंहासन से दूर रहे.
गहलोत और पायलट पर ऐसे साधा निशाना
राजे ने राजस्थान कांग्रेस में ‘गहलोत वर्सेज पायलट’ पर निशाना साधते हुए कहा- उस समय दोनों भाइयों का त्याग देखिए और आज दोनो में सिंहासन के लिए किस तरह संघर्ष हो रहा है,यह देखिए. किस तरह एक दूसरे के ऊपर तीर चलाये जा रहे हैं.
पूर्व सीएम ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयास से अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है. वे बोलीं- राम राज्य की कल्पना तब साकार होती है जब धर्म और राजनीति साथ चले. राम को हृदय में बसा लीजिये.
मुख में राम बगल में छुरी की किसके लिए?
राजे ने कहा-मन में राम नाम का जप कीजिए. फिर कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, पर ‘मुख में राम बगल में छुरी’ मत करिये, जैसा कि आज कल हो रहा है. पूर्व सीएम ने चिदानंद सरस्वती जी महाराज ने पर्यावरण और जल संरक्षण अभियान की तारीफ की. कहा कि अटल जी के नदियों को जोड़ने के प्रयासों को साकार करने के लिए हमने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान और नदियों से जोड़ने की योजना पर काम किया, जिसे इस सरकार ने बंद कर दिया.
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