करवाचौथ के दिन नीरजा मोदी स्कूल में अमायरा के साथ क्या हुआ था? मां शिवानी ने बताई हैरान करने वाली कहानी!

जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में चौथी कक्षा की छात्रा अमायरा की मौत को कई दिन बीत चुके हैं, लेकिन उनके माता-पिता और परिजन अब भी अपनी इकलौती बेटी के साथ हुए हादसे के पीछे के सच की तलाश में हैं.

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देव अंकुर वधावन

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जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में 9 साल की मासूम अमायरा की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है. वह नीरजा मोदी स्कूल की चमकती हुई सितारा थी. लेकिन क्लास में बुलिंग ने उसकी जिंदगी छीन ली. उसके माता-पिता आज भी सवाल पूछ रहे हैं. आखिर अमायरा के साथ क्या हुआ? अब मासूम की मां शिवानी ने अमायरा के साथ स्कूल में हुई कई घटनाओं की जानकारी दी है

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अमायरा की मां शिवानी के मुताबिक, बेटी कई बार घर आकर बताती थी कि क्लास के कुछ बच्चे उसे चिढ़ाते हैं, उसका मजाक उड़ाते हैं और बार-बार परेशान करते हैं. शिवानी कहती हैं कि उन्होंने यह बात कई बार क्लास टीचर तक पहुंचाई, लेकिन प्रतिक्रिया "बहुत संवेदनहीन" थी.

शिवानी ने बताया, "मैडम अक्सर जवाब ही नहीं देती थीं. कॉल उठाती नहीं थीं. व्हाट्सएप पर जवाब अगले दिन आता था. इतनी बार शिकायत की, लेकिन कभी ठोस कार्रवाई नहीं हुई." 

मां शिवानी बताती हैं, "वह हमेशा खुश रहती थी. कल्पना चावला या दीपिका पादुकोण जैसी बनना चाहती थी. या फिर सिंगर, जैसे ब्लैक पिंक की मेंबर्स."

बुलिंग की शिकायतें स्कूल ने सुनीं नहीं

अमायरा का एडमिशन 2022 में अक्टूबर में हुआ था. पहले सब ठीक था. लेकिन पिछले साल से बुलिंग शुरू हो गई. मां-पिता ने क्लास टीचर को कई बार बताया. पिता विजय कहते हैं, "पीटीएम में मैंने खुद देखा. एक लड़का अमायरा की तरफ इशारा कर रहा था. वह डर गई थी. टीचर ने कहा, 'स्कूल में लड़के-लड़कियां दोनों हैं. अमायरा को एडजस्ट करना चाहिए.'"

करवाचौथ के दिन का हैरान करने वाला वाकया!

अमायरा की मां शिवानी ने एक घटना बताई. 10 अक्टूबर को करवा चौथ के दिन. अमायरा ने एक लड़के को 'हैलो' कहा. लेकिन उसने क्लास में मैसेज फैलाया, "अमायरा ने आई लव यू कहा." शिवानी ने उसकी मां को मैसेज किया. रात को कॉल पर बच्चे ने सॉरी बोला. लेकिन ये छोटी घटनाएं बढ़ती गईं.

साहिल का आरोप है, "क्लास में एक बच्चा सामने बैठकर स्लेट पर कुछ लिखकर बार-बार अमायरा को दिखा रहा था. वो परेशान होकर हर बार मैडम के पास जा रही थी, लेकिन टीचर ने सिर्फ ‘जाकर बैठो’ जैसा जवाब दिया."

स्कूल ने घरवालों को क्या बताया था

घटना के दिन अमायरा के पिता को स्कूल से दोपहर 1:08 बजे कॉल आया. उन्हें बताया गया कि "बच्ची गिर गई है" और उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचने को कहा गया. कई बार पूछने पर भी स्कूल स्टाफ ने चोट कहां लगी है, यह स्पष्ट नहीं बताया. तीसरी बार पूछने पर कहा- "सिर में चोट है."

घटनास्थल धो दिया गया 

पुलिस ने परिजनों को बताया कि जिस जगह अमायरा गिरी थी, वह पूरी सीढ़ी पानी से धो दी गई थी. परिजनों का प्रश्न है कि क्राइम सीन साफ क्यों किया गया?

परिजनों का आरोप है, "फोरेंसिक टीम को आने से पहले उस जगह को साफ करना बेहद संदिग्ध है."

स्कूल प्रशासन पर चुप्पी का आरोप

परिवार का कहना है कि बच्ची की मौत के छह दिन बाद भी न तो प्रिंसिपल ने, न क्लास टीचर, न कोऑर्डिनेटर किसी ने भी उनसे संपर्क नहीं किया. मामा साहिल बताते हैं, "स्कूल से सिर्फ दो लोग आए थे, जिनका अमायरा से कोई लेना-देना भी नहीं था. यह अपॉलजी नहीं है."

पुलिस जांच में ढिलाई हो रही!

परिवार को शक है. पुलिस सही जांच नहीं कर रही. विजय कहते हैं, "स्कूल पावरफुल है. इन्फ्लुएंशियल लोग हैं. इसलिए ढिलाई हो रही. क्लास में 20 बच्चे हैं. टीचर से पूछ लो तो सब साफ हो जाएगा."

टीचर बात करने से बच रही. बच्चे भी. पेरेंट्स ने मना कर दिया. शिवानी कहती हैं, "टीचर इंसेंसिटिव थी. कम से कम सच तो बताए."

 

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