किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे का क्या हुआ? स्वीकार हुआ या...गोविंद सिंह डोटासरा ने लगाए ये आरोप

मंगलवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- एक महीने से ज्यादा से इनके कृषि मंत्री गायब हैं. कोई है इनके पास जवाब कि उनके इस्तीफा का क्या हुआ?

तस्वीर: राजस्थान तक.
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राजस्थान तक

• 06:56 PM • 30 Jul 2024

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राजस्थान (rajasthan politics news) में लोकसभा चुनाव के दौरान दौसा लोकसभा सीट पर बीजेपी की जीत को लेकर राजस्थान के बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा (kirodi lal meena) ने बड़ा बयान दे दिया. उन्होंने ये सीट बीजेपी के नहीं जीतने पर मंत्री पद से इस्तीफा देने की बात कह दी. दौसा सीट हारने के बाद से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (govind singh dotasra) उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे. पिछले दिनों किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. अब गोविंद सिंह डोटासरा राजस्थान सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि किरोड़ी मीणा का इस्तीफे का क्या हुआ? स्वीकार हुआ या नहीं? 

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मंगलवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- एक महीने से ज्यादा से इनके कृषि मंत्री गायब हैं. कोई है इनके पास जवाब कि उनके इस्तीफा का क्या हुआ? स्वीकार हुआ या नहीं हुआ? आज सरकार का मंत्री जाकर अधिकारियों को ज्ञापन दे रहा है तो सरकार को खुद सोचना चाहिए कि हम कहां खड़े हैं?

गोविंद सिंह डोटासरा ने आगे कहा- अनुभवहीन लोगों की टीम है. यह बुरी तरीके से फेल हो चुकी है. राजस्थान की विधानसभा के प्रश्नकाल में एक भी दिन वह जवाब नहीं दे पा रहे हैं. वहीं कांग्रेस में नई नियुक्तियों को लेकर डोटासरा ने कहा कि इसका चुनाव उपचुनाव से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. यह एक संवैधानिक व्यवस्था है. हर पार्टी उप नेता बनाती आई है, इसलिए आलाकमान से चर्चा कर हाउस में इनको मनोनीत करने का निर्णय किया है, जो अच्छी जिम्मेदारी के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन करेंगे और सदन में अच्छा काम करेंगे. 

तीसरे टर्म में काम करके दिखाए बीजेपी- डोटासरा

गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह जो संविधान बाबा साहेब ने दिया है उसके अनुसार देश को चलने दें. जब इनको तीसरा टर्म दे दिया तब यह लोग काम करके दिखाएं. 10 साल में इन्होंने कुछ नहीं किया. ना महंगाई कम की, ना बेरोजगारी कम की. ना किसानों की आय दोगनी की, ना किसी के जीवन स्तर में कोई बदलाव आया है. केवल और केवल बातें करना और बातें करके लोगों को गुमराह करना, झूठ बोलना नफरत फैलाना, धार्मिक उन्माद फैलाना यह भाजपा और आरएसएस की फितरत में है.

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