Joslyn Choudhary Interview: दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (DUSU Election) चुनाव 2025 की गहमागहमी के बीच राजस्थान की जोसलीन चौधरी (Joslyn Choudhary) चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं. जोधपुर की रहने वाली जोसलीन को नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने डूसू अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है.
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खास बात यह है कि 2008 के बाद यह पहला मौका है जब NSUI ने किसी महिला को इस पद के लिए चुना है. जोसलीन के साथ-साथ राजस्थान के ही राहुल झांसला को उपाध्यक्ष पद के लिए टिकट दिया गया है, जिससे इस बार डूसू चुनाव में राजस्थान का दबदबा साफ दिख रहा है.
कौन हैं जोसलीन चौधरी?
जोसलीन चौधरी जोधपुर की रहने वाली हैं और दिल्ली यूनिवर्सिटी में MA बौद्ध अध्ययन (Buddhist Studies) की छात्रा हैं.
हमारे सहयोग चैनल राजस्थान तक से खास बातचीत में जोसलीन ने फैमली बैकग्राउंड के बारे बताया,
नंदिता ने बताया कि वे राजस्थान के जोधपुर से हैं और एक किसान जाट परिवार से ताल्लुक रखती हैं. 2019 में दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के बाद से ही वे NSUI के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी हुई हैं. उनका मानना है कि महिलाओं को राजनीति जैसे निर्णय लेने वाले क्षेत्रों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए.
किन मुद्दों को लेकर चुनावी मैदान में हैं?
नंदिता चौधरी ने बताया कि NSUI ने इस बार दो मेनिफेस्टो जारी किए हैं. पहला मेनिफेस्टो सामान्य छात्रों के लिए है, जबकि दूसरा विशेष रूप से महिला छात्राओं के मुद्दों पर केंद्रित है. दिल्ली यूनिवर्सिटी में महिला छात्रों की संख्या पुरुष छात्रों से अधिक है, फिर भी उनकी सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं को लेकर कई चुनौतियां बनी हुई हैं.
नंदिता ने कहा, "हमारा मुख्य फोकस महिलाओं की सुरक्षा, 12 दिन का मासिक अवकाश और हॉस्टल सुविधाओं पर है. दूर-दराज से आने वाले छात्र-छात्राओं को हॉस्टल नहीं मिल पाता, जिसके कारण उन्हें बाहर निजी कमरों में रहना पड़ता है. इससे उनकी सुरक्षा से जुड़े मुद्दे सामने आते हैं. हम इन समस्याओं पर काम करेंगे."
सिर्फ सोशल मीडिया पर एक्टिव है नंदिता?
सोशल मीडिया पर कुछ लोग NSUI पर केवल ऑनलाइन सक्रिय रहने और जमीनी स्तर पर काम न करने का आरोप लगाते हैं. इस पर नंदिता ने स्पष्ट जवाब देते हुए कहा,
"मैं 2019 से दिल्ली यूनिवर्सिटी में राजनीतिक रूप से सक्रिय हूं. 2020 से मैं अपना एनजीओ ‘द आरम ऑर्गेनाइजेशन’ चला रही हूं, जो दिल्ली और राजस्थान विश्वविद्यालयों में सक्रिय है. ये सभी अफवाहें निराधार हैं."
राजनीति में किसे आइडल मानती हैं नंदिता?
जब नंदिता से उनके राजनीतिक आदर्श के बारे में पूछा गया तो उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का नाम लिया.
वहीं दूसरा सवाल पूछा कि राजस्थान में गहलोत और सचिन पायलट में से किसे अपना आदर्श मानती हैं तो इस सवाल पर हल्के-फुल्के अंदाज में सवाल को टाल दिया.
किसान परिवार से ताल्लुक, जोधपुर की बेटी
नंदिता ने अपने पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में बताया कि वे राजस्थान के जोधपुर से हैं और एक किसान जाट परिवार से ताल्लुक रखती हैं. 2019 में दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के बाद से ही वे NSUI के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी हुई हैं. उनका मानना है कि महिलाओं को राजनीति जैसे निर्णय लेने वाले क्षेत्रों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए.
18 सितंबर को होगी वोटिंग
डूसू चुनाव के लिए वोटिंग 18 सितंबर 2025 को होगी. इस दिन यह तय हो जाएगा कि क्या जोसलीन डूसू की अगली अध्यक्ष बनकर इतिहास रचेंगी. अगर जोसलीन जीतती हैं, तो वह 2008 के बाद डूसू की पहली महिला अध्यक्ष होंगी.
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