जोधपुर में कबाड़ से बनाई गई विश्व की सबसे बड़ी तोप! 4250 किलो वजन और 58 फीट है लंबाई

58 Feet Long Cannon Made From Junk: राजस्थान (rajasthan news) के जोधपुर (jodhpur news) में विश्व की सबसे बड़ी तोप (world’s biggest cannon) बनाने का दावा किया गया है. 58 फीट लम्बी इस तोप (cannon) को वेस्ट स्क्रैप से बनाया गया है. इसे बनाने में 3 महीने का समय लगा है जिसकी लागत करीब 15 […]

जोधपुर में कबाड़ से बनाई गई विश्व की सबसे बड़ी तोप! 4250 किलो वजन और 58 फीट है लंबाई

जोधपुर में कबाड़ से बनाई गई विश्व की सबसे बड़ी तोप! 4250 किलो वजन और 58 फीट है लंबाई

अशोक शर्मा

• 03:46 PM • 14 Aug 2023

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58 Feet Long Cannon Made From Junk: राजस्थान (rajasthan news) के जोधपुर (jodhpur news) में विश्व की सबसे बड़ी तोप (world’s biggest cannon) बनाने का दावा किया गया है. 58 फीट लम्बी इस तोप (cannon) को वेस्ट स्क्रैप से बनाया गया है. इसे बनाने में 3 महीने का समय लगा है जिसकी लागत करीब 15 लाख रुपए आई है.

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हेल्पिंग हैण्डस संस्था के फाउंडर और कारवां ग्रुप के निदेशक मोहम्मद रफीक कारवां ने बताया कि उनका लोहा स्क्रैप का पुश्तैनी व्यवसाय है. उनके पिता हाजी अब्दुल रशीद को पूरे भारतवर्ष में स्क्रैप विशेषज्ञ के नाम से जाना जाता है. हाजी अब्दुल रशीद का सपना था कि कबाड़ के जुगाड़ से कुछ स्पेशल बनाया जाए. अपने पिता के इसी सपने को पूरा करने के लिए रफीक कारवां ने अपने बेटे के साथ मिलकर यह अनोखी तोप बनाई.

फोल्डेबल है यह तोप

रफीक कारवां ने सबसे पहले अपने पुत्र फिरोज खान के साथ मिलकर 58 फीट लम्बी तोप की डिजाइन बनाई. इस तोप को बनाने से पहले कुछ छोटी साइज की तोपों का मॉडल बनाकर उसे चेक किया. इसे बनाने में आयरन स्क्रैप मेटेरियल, पुराने ड्रम, पाइप, एंगल, पुराने वाहनों के पुर्जे, चैन, बियरिंग, मोट पार्ट्स आदि का यूज किया गया है. ये तोप फोल्डेबल है जिसे खोलकर अलग-अलग हिस्सों में बांटा जा सकता है. साथ ही इसे किसी अन्य स्थान पर भी आसानी से ले जाया जा सकता है.

58 फीट लंबी और 4250 किलो है वजनी

इस तोप के व्हील (चक्का) की ऊंचाई 12 फीट, लम्बाई 58 फीट और चौड़ाई साढ़े 15 फीट है. वहीं तोप का वजन लगभग 4250 किलो है.

तोप को बनाने में अपनाया ‘RRR’ फॉर्मूला

मोहम्मद रफीक ने बताया कि तोप को बनाने में अंतरराष्ट्रीय आरआरआर फॉर्मूला यूज किया गया है. आरआरआर का मतलब है रिड्यूस, री यूज और रीसायकल. इस फॉर्मूले के आधार पर स्क्रैप से किसी भी तरह के आइटम बनाने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है.

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