Video: भरतपुर में बुरे घिर गए सीएम भजनलाल शर्मा? जाटों की ये प्रतिज्ञा मोदी के लिए बन जाएगी मुसीबत!

सीएम भजनलाल शर्मा कुर्सी पर बैठने के बाद से ही लोकसभा चुनाव के मिशन में लग गए हैं. मिशन-25 को लेकर मुख्यमंत्री और उनकी पूरी कैबिनेट ने दौरे भी शुरू कर दिए हैं.

राजस्थान तक

22 Feb 2024 (अपडेटेड: 22 Feb 2024, 08:12 PM)

follow google news

सीएम भजनलाल शर्मा कुर्सी पर बैठने के बाद से ही लोकसभा चुनाव के मिशन में लग गए हैं. मिशन-25 को लेकर मुख्यमंत्री और उनकी पूरी कैबिनेट ने दौरे भी शुरू कर दिए हैं. वजह यह भी है कि इस नई सरकार का पहला इम्तिहान लोकसभा चुनाव में होगा. जिसे पास करने के लिए सीएम और उनकी टीम मुस्तैदी से काम कर रही है. लेकिन प्रदेश के एक हिस्से में जाटों ने मुसीबत खड़ी कर दी है. मुसीबत ऐसी कि उन्होंने हाथ में गंगाजल लेकर प्रतिज्ञा ले ली है कि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो आगामी लोकसभा चुनाव में जाट बीजेपी को वोट नहीं करेंगे. 

Read more!

दरअसल, भरतपुर में आरक्षण की मांग को लेकर पिछले 36 दिनों से जाट समाज का महापड़ाव चल रहा है. इसे लेकर 21 फरवरी को महापंचायत में सभी को प्रतिज्ञा दिलाई कि "आरक्षण नहीं तो आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं". 

 

 

घर-घर जाकर दिलाई जाएगी कसम

जाट समाज ने 51 सदस्यों की कमिटी का गठन किया है, जो जाट समाज के गांव-गांव और घर-घर जाकर सभी को गीत हाथ में रखकर कसम दिलाएगी. समाज के लोगों को कसम दिलाई जाएगी कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं दें. यहां तक कि यदि भाजपा का कोई भी पदाधिकारी या कार्यकर्ता हो, उसे अपने घर के अंदर नहीं घुसने दिया जाए. हर गांव में और हर घर के बाहर पोस्टर लगाए जाएंगे. जिसमे लिखा जाएगा कि आरक्षण नहीं तो भाजपा को वोट नहीं. बता दें कि केंद्र की ओबीसी में आरक्षण की मांग को लेकर भरतपुर-धौलपुर जिलों के जाट आंदोलनरत है.  

    follow google newsfollow whatsapp