Indian Test team announced for England tour: भारतीय क्रिकेट टीम अगले महीने इंग्लैंड के महत्वपूर्ण दौरे पर जा रही है, जहाँ उसे मेजबान टीम के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. इस बहुप्रतीक्षित सीरीज के लिए 24 मई (शनिवार) को भारतीय टीम और उसके नए टेस्ट कप्तान की घोषणा कर दी गई. युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को 18 सदस्यीय टीम की कमान सौंपी गई है, जबकि वापसी कर रहे विकेटकीपर ऋषभ पंत को उप-कप्तान बनाया गया है.
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नई एंट्री और वापसी करने वाले खिलाड़ी
आईपीएल 2025 में अपने शानदार प्रदर्शन से प्रभावित करने वाले साई सुदर्शन और तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को पहली बार टेस्ट टीम में जगह मिली है, जो उनके लिए एक बड़ा अवसर है. वहीं, अनुभवी बल्लेबाज करुण नायर की भी अरसे बाद टेस्ट टीम में वापसी हुई है.
शमी बाहर, शार्दुल और श्रेयस का क्या?
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को फिटनेस संबंधी वजहों के चलते टीम में जगह नहीं मिली है. फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर की भी टेस्ट टीम में वापसी हुई है, जो टीम को संतुलन प्रदान करेंगे. हालांकि, श्रेयस अय्यर और सरफराज खान को इस टीम का हिस्सा नहीं बनाया गया है, जिससे उनके प्रशंसकों को निराशा हो सकती है.
चयन समिति की बैठक और घोषणा
टीम सेलेक्शन के लिए मुंबई स्थित भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) के हेडक्वार्टर में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में बीसीसीआई के सचिव देवजीत सैकिया और अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति के सदस्य शामिल थे. मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजीत अगरकर ने भारतीय टीम का आधिकारिक ऐलान किया. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिव सुंदर दास भी मौजूद थे.
इंग्लैंड दौरे के लिए 18 सदस्यीय भारतीय टीम: शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, ऋषभ पंत (उप-कप्तान/विकेटकीपर), नीतीश कुमार रेड्डी, रवींद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), अभिमन्यु ईश्वरन, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, करुण नायर, वॉशिंगटन सुंदर, आकाश दीप, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव.
इंग्लैंड में भारत का टेस्ट रिकॉर्ड: एक चुनौती
इंग्लैंड की धरती पर भारतीय टीम का टेस्ट रिकॉर्ड उतना अच्छा नहीं रहा है. इंग्लैंड के खिलाफ उसके घर में भारत ने अब तक (1932-2022) कुल 67 टेस्ट मैच खेले हैं. इनमें से भारत को सिर्फ 9 टेस्ट में जीत मिली है, जबकि 36 मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा और 22 मैच ड्रॉ रहे. पूर्व कप्तान एमएस धोनी (2011-2014) का कप्तान के तौर पर इंग्लैंड की धरती पर सबसे खराब रिकॉर्ड रहा, जहाँ उनकी कप्तानी में भारत को 9 टेस्ट मैचों में से सिर्फ एक में जीत मिली, जबकि सात में हार और एक मैच ड्रॉ पर छूटा.
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