राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित किराडू मंदिर बेहद रहस्यमयी और चमत्कारिक हैं. देवी देवताओं पर विश्वास करने वाले लोग इसे भगवान की कृपा भी मानते हैं. भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर में खजुराहो जैसी शिल्पकला देखने को मिलती है, इसी वजह से इसे राजस्थान का खजुराहो भी कहते हैं. यह मंदिर अपने आप में कई रहस्य समेटे हुए है.
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मंदिर क्यों है इतना डरावना
यह मंदिर इतना डरावना है कि लोग यहां शाम तक नहीं रूकते. सूरज ढलते ही लोग यहां से चले जाते हैं. मान्यता है कि जो भी व्यक्ति सूरज ढलने के बाद इस मंदिर में रुकता है, वह हमेशा के लिए पत्थर का बन जाता है. इस खौफनाक मंजर के बाद कोई भी शाम ढलने के बाद यहां नहीं रुकना चाहता.
मंदिर को मिला है श्राप
मान्यता है कि इस खौफनाक रहस्य के पीछे एक साधु का श्राप है. कहा जाता है कि एक सिद्ध साधु अपने शिष्यों को राजा और प्रजा के भरोसे छोड़कर चले गए थे. उन्होंने राजा से उनका ख्याल रखने के लिए कहा था. लेकिन राजा और प्रजा दोनों ने शिष्यों पर ध्यान नहीं दिया. यहां अचानक से एक शिष्य की तबीयत बिगड़ गई. जब शिष्यों ने गांव वालों से मदद मांगी, तो किसी ने उनकी मदद नहीं की. जब साधु को इस बात का पता चला तो उन्हें बहुत गुस्सा आया और उन्होंने पूरे गांव को श्राप दे दिया कि जो भी सूर्यास्त के बाद इस मंदिर में प्रवेश करेगा, वो पत्थर का बन जाएगा.
पीछे मुड़कर देखना भी है मना
पौराणिक कथाओं के अनुसार, उस दौरान एक कुम्हार की पत्नी ने साधु के शिष्यों की मदद की थी. साधु उस महिला से प्रसन्न हुए. उन्होंने उसे शाम तक गांव छोड़ने का आदेश दिया और कहा कि भूल से भी पलटकर ना देखें. महिला जब जा रही थी, तो उसने गलती से पीछे मुड़कर देख लिया, इससे वह भी पत्थर की बन गई थी. उस महिला की मूर्ति आज भी मंदिर के पास स्थापित है. साधु के इस श्राप के कारण ही गांव के लोगों में दहशत फैल गई और अब कोई भी शाम के बाद इस मंदिर में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता.
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