अगर आप पटना घूमने के उद्देश्य से गए और महावीर मंदिर नहीं गए तो आपकी यात्रा अधूरी रह जाएगी. मान्यता है कि इस मंदिर में सच्चे मन से पूजा-पाठ करने से भक्तों की सारी मनोकामना पूरी होती है. कहा ये भी जाता है कि हनुमानगढ़ी के बाद ये एकलौता हनुमान जी का मंदिर है जहां भक्तों की सबसे ज्यादा भीड़ होती है. इस मंदिर के बारे में जानने के बाद आप भी यहां जाने को मजबूर हो जाएंगे. आइए इस मंदिर के अद्भुत चमत्कारों के बारे में विस्तार से जानते है.
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मंदिर की स्थापना का इतिहास
साल 1730 में स्वामी बालानंद ने पटना जंक्शन के पास महावीर मंदिर की स्थापना की थी. पटना के पुराने लोगों का कहना है कि पटना जंक्शन के सामने बजरंगबली की मूर्ति की पूजा करने मीठापुर के रहने वाले झूलन पंडित आते थे. लोगों का ये भी कहना है कि अभी जो महावीर मंदिर है, उसके पीछे अंग्रेजों का कैंटीन हुआ करता था.
इस दिन मंदिर में भक्तों की उमड़ती है भारी भीड़
बता दें, मंगलवार और शनिवार के दिन यहां भक्तों की खासी भीड़ देखी जाती है. इस मंदिर की खास बात है कि यहां बजरंग बली की युग्म मूर्तियां यानि दो मूर्तियां एक साथ हैं. इस मंदिर के दर्शन करने पटना ही नहीं देश के कोने-कोने से लोग आते हैं. ये मंदिर विश्व विख्यात है.
लोगों का मानना है कि इस मंदिर का प्रसाद खाने से गंभीर बीमारी ठीक हो जाती है. कुछ लोग ये भी बताते हैं कि मंदिर का प्रसाद खाने से कैंसर जैसी बीमारी भी ठीक हो जाती है. मंदिर के पुजारियों का कहना है कि यहां हर दिन लाखों रुपये का चढ़ावा भी चढ़ाया जाता है. कहा जाता है कि यहां दर्शन करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
रामनवमी पर निकलती है शोभा यात्रा
रामनवमी के मौके पर महावीर मंदिर में भगवान श्रीराम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की शोभा यात्रा निकाली जाती है. इस मौके पर इस मंदिर की भव्यता देखते ही बनती है. अगर आप धार्मिक स्थल पर जाने का प्लान बना रहे हैं, तो पटना के महावीर मंदिर का दर्शन जरूर करें.
पटना महावीर मंदिर कैसे पहुंचे?
आपको बता दें, सड़क मार्ग से यहां तक पहुंचना बेहद आसान है. आप शहर के किसी भी हिस्से से ऑटो या रिक्शा लेकर मंदिर तक पहुंच सकते हैं. वहीं अगर आप ट्रेन से भी यहां आना चाहते हैं तो यह मंदिर रेलवे स्टेशन के ठीक सामने स्थित है. ऐसे में यहां तक आप बेहद आसानी से पहुंच सकते हैं.
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