तमिलनाडु के कोयम्बटूर शहर में स्थित माँ लिंगा भैरवी मंदिर भारत का एक अनोखा मंदिर है. यह मंदिर देवी पार्वती के भैरवी रूप को समर्पित है. यहाँ एक विशेष बात यह है कि महिलाओं को पीरियड्स के दौरान भी मंदिर में प्रवेश करने और पूजा करने की अनुमति है. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और यह मंदिर महिला सशक्तिकरण का एक प्रतीक बन गया है.
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गर्भगृह में केवल महिलाएं ही कर सकती हैं प्रवेश
यह मंदिर इसलिए भी खास है क्यूंकि इस मंदिर के गर्भ गृह में केवल महिलाओं के प्रवेश की ही अनुमति है. इस मंदिर में पुजारियों के तौर पर भी महिलाएं ही कार्यरत हैं. हालांकि, यहां केवल देशी ही नहीं बल्कि विदेशी महिलाएं भी मंदिर का कार्यभार संभालती हैं. मंदिर में लगभग 10 महिला पुजारी हैं, जिनमें कुछ अमेरिका और फिलिस्तीन से हैं.
आपको बता दें, इन महिला पुजारियों को मंदिर में ‘भैरागिनी मां’ कहकर बुलाया जाता है. हालांकि, इस मंदिर का दर्शन करने की अनुमति स्त्री और पुरुष दोनों को है.
मंदिर में दर्शन का समय
आपको बता दें, माँ लिंगा भैरवी मंदिर सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है. और मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है.
कैसे पहुंचे माँ लिंगा भैरवी मंदिर?
माँ लिंगा भैरवी मंदिर कोयम्बटूर से 30 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है. आप कोयंबटूर रेलवे स्टेशन से उतर कर यहां आ सकते हैं. रेलवे स्टेशन के बाहर से आपको कैब या टैक्सी मिल जाएंगे. मंदिर सद्गुरु जग्गी वासुदेव आश्रम में स्थित है.
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