बनारस भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में गंगा नदी के किनारे स्थित एक बहुत ही सुंदर शहर है, जो हिन्दुओं के लिए तीर्थ स्थलों के लिए जाना जाता है. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, बनारस भगवान शंकर के त्रिशूल पर स्थित है. ये जगह न केवल भारतियों को बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी काफी पसंद आती है. विशाल मंदिरों के अलावा, बनारस अपने घाटों और कई अन्य प्रमुख स्थानों से हर साल करोड़ों पर्यटकों को आकर्षित करता है. ऐसे में अगर आप भी बनारस जाने का प्लान बना रहे हैं तो आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि यहां आकर आप किन 6 प्रमुख जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं.
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काशी विश्वनाथ मंदिर
बनारस में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर भारत में सबसे प्रमुख हिंदू मंदिरों में से एक है. इस मंदिर को भगवान शिव को समर्पित किया गया है. ये मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जिसके दर्शन करने के लिए हर साल लाखों संख्या में लोग यहां आते हैं. यह मंदिर अपनी भव्य वास्तुकला और नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है. यहां हर दिन शाम की आरती में कई हजार भक्त आते हैं. आपको बता दें, इस मंदिर की कहानी 3,500 साल से भी अधिक पुरानी है.
अस्सी घाट
अगर आप बनारस घूमने का प्लान बना रहे हैं तो अपनी लिस्ट में अस्सी घाट का नाम जरूर शामिल कर लें. अस्सी घाट वो जगह है, जिसे बनारस का दिल कहा जाता है. यह गंगा के बाएं तट पर उत्तर से दक्षिण फैली घाटों की शृंखला में सबसे दक्षिण की ओर अंतिम घाट है. इसके आसपास कई मंदिर ओर अखाड़े हैं. बता दें, अस्सी घाट के दक्षिण में जगन्नाथ मंदिर है जहां प्रत्येक वर्ष मेला लगता है. आप अस्सी घाट पर नाव की सवारी कर सकते हैं.
दशाश्वमेध घाट
गंगा नदी के तट पर स्थित दशाश्वमेध घाट बनारस के सबसे पुराने और महत्वपूर्ण घाटों में से एक है. यह घाट हर शाम आयोजित होने वाली गंगा आरती के लिए सबसे प्रसिद्ध है, जहां पुजारियों द्वारा महान कर्मकांड और गीत-संगीत के साथ विधिवत पूजा की जाती है. हजारों की संख्या में लोग इसे देखने दूर-दूर से आते हैं. गंगा आरती देखना एक ऐसा अनुभव है जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. आप चाहे बनारस अकेले जा रहे हैं या फैमिली के साथ जा रहे हैं, इस घाट का नजारा देखना बिल्कुल भी न भूलें.
रामनगर किला
रामनगर का किला बनारस के रामनगर में स्थित है. यह गंगा नदी के पूर्वी तट पर तुलसी घाट के सामने स्थित है. आपको बता दें कि साल 1750 में इस किले का निर्माण काशी नरेश महाराज बलवंत सिंह द्वारा किया गया था. इस किले को बलुआ पत्थर से बनाया गया था. रामनगर किले के म्यूजियम में आपको तोप, बंदूक, कार, बैलगाड़ी, महाराजा और महारानी द्वारा दैनिक जीवन में प्रयोग में लाने वाली तमाम चीजों के साथ-साथ खूबसूरत वाद्ययंत्र देखने को मिलेंगे.
संकट मोचन हनुमान मंदिर
संकट मोचन हनुमान मंदिर बनारस के अस्सी नदी के किनारे स्थित है. इस मंदिर का निर्माण स्वतंत्रता सेनानी और बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा 1900 के दशक में किया गया था. यह मंदिर भगवान राम और हनुमान जी को समर्पित है. बता दें, बनारस आने वाला प्रत्येक व्यक्ति इस मंदिर में जाता है और हनुमान जी के दर्शन जरूर करता है. यहां भगवान हनुमान को प्रसाद के रूप में शुद्ध घी के बेसन के लड्डू चढ़ाये जाते हैं.
मणिकर्णिका घाट
मणिकर्णिका घाट बनारस के 84 घाटों में सबसे चर्चित और सबसे पुराना घाट है. ऐसा कहा जाता है कि इस घाट पर जिसका अंतिम संस्कार होता है तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसका घाट का जिक्र वेद-पुराणों में भी किया गया है. एक मान्यता के अनुसार माता पार्वती जी का कर्ण फूल यहां एक कुंड में गिर गया था, जिसे ढूढने का काम भगवान शंकर जी द्वारा किया गया, जिस कारण इस स्थान का नाम मणिकर्णिका पड़ गया. इस घाट को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है, ऐसे में आपको यहां एक बार जरूर आना चाहिए.
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