बकरीद पर देवरिया के ईसमुहम्मद ने बकरे के बजाय अपनी कुर्बानी दे दी? दुनिया से जाने के बाद पता लगा चौंकाने वाला राज

उत्तर प्रदेश के देवरिया में बकरीद के दिन एक हैरान करने वाली घटना हुई. यहां ईसमुहम्मद अंसारी ने बकरे की कुर्बानी के बजाय अपनी गर्दन काटकर जान दे दी. इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया.

Deoria
प्रतीकात्मक तस्वीर

न्यूज तक

• 07:52 AM • 08 Jun 2025

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उत्तर प्रदेश के देवरिया में बकरीद के दिन एक हैरान करने वाली घटना हुई. यहां ईसमुहम्मद अंसारी ने बकरे की कुर्बानी के बजाय अपनी गर्दन काटकर जान दे दी. इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया. पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें ईसमुहम्मद ने लिखा, "इंसान बकरे को बेटे की तरह पालता है, फिर उसकी कुर्बानी देता है. वह भी एक जीव है.  मैं अपनी कुर्बानी अल्लाह और रसूल के नाम पर दे रहा हूं. मेरी कब्र खूंटे के पास बनाना."

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सुसाइड नोट में खुलासा

सुसाइड नोट में ईसमुहम्मद ने साफ लिखा, "मैं अपनी जान खुद दे रहा हूं. किसी ने मेरा कत्ल नहीं किया." नोट में उन्होंने बकरे की कुर्बानी की तुलना इंसान की कुर्बानी से की. यह नोट पढ़कर पुलिस और गांव वाले हैरान हैं.

पत्नी का दावा: भूत-प्रेत का साया

ईसमुहम्मद की पत्नी हाजरा खातून ने बताया कि उनके पति को भूत-प्रेत का साया था. वे अक्सर आजमगढ़ की दरगाह जाते थे. तीन दिन पहले ही वे वहां से लौटे थे. बकरीद के दिन वे झोपड़ी में धूपबत्ती जलाकर तंत्र-मंत्र कर रहे थे. अचानक उनकी गर्दन से खून बहने लगा. पास में भुजाली पड़ी थी. हाजरा ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. 

पुलिस की जांच

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ईसमुहम्मद को पहले देवरिया मेडिकल कॉलेज और फिर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा. लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. एडिशनल एसपी अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि सुसाइड नोट और साक्ष्यों के आधार पर यह आत्महत्या का मामला लगता है. फिर भी, पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है.

परिवार में मातम

ईसमुहम्मद के परिवार में पत्नी, तीन बेटे (अहमद, फैज, ताज) और दो बेटियां हैं. उनकी बेटियां शादीशुदा हैं. ईसमुहम्मद लेबर का काम करते थे. घर में ई-रिक्शा और आटा चक्की भी है. उनका बड़ा बेटा मुर्गा बेचने का काम करता है. गांव वालों का कहना है कि ईसमुहम्मद शांत और धार्मिक थे. उनका किसी से कोई झगड़ा नहीं था.

भतीजे ने बताया

मृतक के भतीजे शमीम अंसारी ने कहा, "चाचा सुबह मस्जिद में मिले थे. वे कुर्बानी की तैयारी कर रहे थे. लेकिन अचानक उन्होंने अपनी जान दे दी." गांव वाले इस घटना से डरे हुए हैं.

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. जांच जारी है. इस घटना ने बकरीद के पर्व को दुख में बदल दिया. लोग इस रहस्यमयी घटना की चर्चा कर रहे हैं.
 

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