आईजी के पद पर रहते हुए राधा बने डीके पांडा आपको याद हैं. इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस की वर्दी में माथे पर बिंदी, मांग में सिंदूर वाली तस्वीर खूब चर्चा में थी. अब डीके पंडा के साथ साइबर फ्रॉड हो गया है. साइबर ठगों ने उनके बैंक खाते से 4 लाख 32 हजार की रकम पर हाथ साफ कर दिया है. मामले की शिकायत धूमनगंज थाने में की गई है. मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है.
ADVERTISEMENT
दरअसल पूर्व में आईजी रहे डीके पंडा तीसरी राधा बनकर चर्चा में आए थे. डीके पंडा धूमनगंज के एचआईजी एडीए कॉलोनी में रहते हैं. उनके मुताबिक वो गूगल पर मुंडेरा के इंडियन बैंक शाखा का हेल्पलाइन नंबर सर्च कर रहे थे. कुछ ही देर बाद उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से फोन आया. फोन करने वाले ने अपना नाम राहुल बताया. उसने बताया कि वो बैंककर्मी है.
भरोसे में लेकर उड़ा लिए पैसे
इधर उसकी बातों से डीके पंडा भरोसे में आ गए. ठग ने उन्हें ह्वाट्सएप नंबर पर लिंक भेजा और क्लिक करने को कहा. इस दौरान ठग उनसे बात करने लगा. इधर वो ठग से बात करते-करते क्लिक करने लगे. ठग ने पहली बार में एक लाख 95 हजार, दूसरी बार में 95 हजार फिर 98 हजार और फिर 44 हजार रुपए निकाल लिए. जब अकाउंट से कटे मैसेज पर ध्यान दिया तो पता चला कि उनके साथ ठगी हो गई है.
इससे पहले भी हो चुके हैं ठगी का शिकार
डीके पंडा अक्टूबर 2024 में भी ठगी का शिकार हो चुके हैं. उन्होंने धूमनगंज थाने में 381 करोड़ की ठगी की एक एफआईआर दर्ज कराई थी और उन्होंने बताया था कि लंदन की एक कंपनी में ट्रेडिंग करके उन्होंने यह रुपए कमाए थे, जिसे साइबर ठगो ने उड़ा लिए थे. फिलहाल धूमनगंज पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.
यह भी पढ़ें:
इटावा में खाकी का रौब, SSP की मां बीमार हुई तो इमरजेंसी से जबरन डॉक्टर को उठा ले गए पुलिसवाले!
ADVERTISEMENT