गाजियाबाद: दोस्त की पत्नी के प्यार में अंधा हुआ आशिक, प्रेमिका ने कहा पति की कर दो हत्या, फिर...

गाजियाबाद में अवैध प्रेम संबंधों के चलते पत्नी ने प्रेमी और उसके साथियों के साथ मिलकर अपने पति की हत्या करवा दी. मसूरी पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

गाजियाबाद हत्याकांड
गाजियाबाद हत्याकांड

मयंक गौड़

10 Oct 2025 (अपडेटेड: 10 Oct 2025, 12:27 PM)

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7 अक्टूबर की रात को गाजियाबाद में हुए आसिफ हत्याकांड में एक चौंकाने वाली सच्चाई सबके सामने आई है. दरअसल इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में हैरानी की बात ये है कि इस हत्या की साजिश खुद आसिफ की पत्नी अरसी उर्फ प्राची ने अपने प्रेमी रिहान के साथ मिलकर रची थी.

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क्या है पूरा मामला?

7 अक्टूबर की रात लगभग 8:15 बजे डासना का रहने वाला आसिफ उर्फ गुल्लू स्कूटी से कहीं जा रहा था. जैसे ही वह रफीकाबाद फाटक के पास पहुंचा, पहले से घात लगाए बैठे बदमाशों ने उस पर गोलियां चला दीं. गोली लगते ही आसिफ की मौके पर मौत हो गई. इस हात्याकांड ने पूरी इलाके में सनसनी फैला दी. 

इस घटना को लेकर मृतक के भाई भूरे उर्फ अनवर ने रिहान, बिलाल, फरमान और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस में तहरीर दी थी. मसूरी थाना पुलिस ने तुरंत केस दर्ज कर जांच शुरू की.

जांच में सामने आया चौंकाने वाला सच

पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो सामने आया कि इस हत्या के पीछे केवल आपसी रंजिश ही नहीं, बल्कि अवैध प्रेम संबंध की कहानी छुपी थी. वहीं मुख्य आरोपी रिहान चिकन की दुकान चलाता है और मरने वाले आसिफ का पुराना दोस्त था. 

साल 2024 के मार्च महीने में जब आसिफ किसी मामले में जेल गया था, उसी वक्त रिहान की नजदीकियां उसकी पत्नी अरसी उर्फ प्राची से बढ़ गई थीं. दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए और साथ रहने की योजना भी तैयार हो गई.

लेकिन अप्रैल 2025 में जब आसिफ जेल से बाहर आया, तो उसे इस रिश्ते की भनक लग गई. उसने अपनी पत्नी की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू कर दी और उसका मोबाइल भी अपने पास रखने लगा. इससे नाराज होकर अरसी ने रिहान से कहा कि अगर उन्हें साथ रहना है तो आसिफ को रास्ते से हटाना होगा.

पहले दी नशीली दवा, फिर रची खौफनाक साजिश

पहले तो रिहान ने अरसी को नशीली दवाइयां दीं ताकि वह आसिफ को ज़्यादा मात्रा में देकर मार सके, लेकिन यह योजना नाकाम हो गई. इसके बाद रिहान ने अपने साथियों बिलाल, जीशान, उवैश, गुलफाम और दानिश के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची.

7 अक्टूबर की शाम सभी आरोपी रफीकाबाद फाटक के पास पहुंच गए. उसी समय अरसी ने रिहान को फोन कर बताया कि आसिफ अपनी दूसरी पत्नी जूही से मिलने जा रहा है. जैसे ही आसिफ स्कूटी से वहां पहुंचा, रिहान, जीशान और उवैश ने उस पर 315 बोर के तमंचों से फायरिंग कर दी. गोली लगने से आसिफ की मौके पर ही मौत हो गई.

पुलिस ने ऐसे किया हत्याकांड का खुलासा

मसूरी थाना पुलिस ने इस मामले की तेज़ी से जांच की और 9 अक्टूबर को पांच आरोपियों, रिहान, बिलाल, जीशान, उवैश और अरसी उर्फ प्राची को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके पास से तीन तमंचे और तीन जिंदा कारतूस भी बरामद किए. जबकि दो आरोपी गुलफाम और दानिश अब भी फरार हैं.

आरोपियों का आपराधिक इतिहास

पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी रिहान पर पहले से हत्या और हत्या की कोशिश के चार मुकदमे दर्ज हैं. उवैश पर भी हत्या के प्रयास का एक मामला पहले से दर्ज है। बाकी आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.

इस हत्याकांड में मसूरी थाना पुलिस की सक्रियता और सटीक जांच की सराहना की जा रही है, जिसने न सिर्फ मामले का जल्दी खुलासा किया, बल्कि प्रेम संबंधों के चलते हुई इस निर्मम हत्या की साजिश को भी बेनकाब कर दिया.

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