'न मजहब मानता है, न मदरसा...' : नाबालिग से 'वर्जिनिटी सर्टिफिकेट' मांगने पर भड़के सपा सांसद बर्क, ये बातें बोली!

मुरादाबाद के एक मदरसे पर 13 साल की बच्ची के दाखिले के लिए 'वर्जिनिटी सर्टिफिकेट' मांगने का गंभीर आरोप लगा है. परिवार ने 500 रुपये की वसूली का भी दावा किया है. इस पर सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे मजहब के खिलाफ बताया है.

Sambhal MP Ziaur Rahman Barq
Sambhal MP Ziaur Rahman Barq

न्यूज तक डेस्क

• 08:31 AM • 26 Oct 2025

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उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पाकबड़ा स्थित एक मदरसे पर 13 साल की नाबालिग लड़की के दाखिले (Admission) के लिए 'वर्जिनिटी सर्टिफिकेट' (Virginity Certificate) मांगने का गंभीर आरोप लगा है. इस आरोप के बाद पूरे इलाके में बवाल मच गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए अब जांच शुरू कर दी गई है.

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क्या है पूरा मामला?

पाकबड़ा इलाके में स्थित जामिया असानुल बनात गर्ल्स मदरसा (Jamia Asanul Banat Girls Madrasa) पर एक परिवार ने यह सनसनीखेज आरोप लगाया है. परिवार के अनुसार, वे अपनी 13 वर्षीय बच्ची का दाखिला मदरसे में कराने गए थे. लेकिन, दाखिले की प्रक्रिया के दौरान मदरसे ने बच्ची से 'वर्जिनिटी टेस्ट' (या मेडिकल सर्टिफिकेट) की मांग की.

परिवार ने मदरसे पर सिर्फ यही आरोप नहीं लगाया है. उनका यह भी दावा है कि मदरसे ने उनसे 500 रुपये की 'वसूली' की और साथ ही उनकी बच्ची को ट्रांसफर सर्टिफिकेट (TC) देने से भी मना कर दिया.

सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने क्या कहा?

इस पूरे विवाद पर समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस मांग को 'गैर-इस्लामी' बताया.

सपा सांसद बर्क ने साफ शब्दों में कहा, "न तो हमारा मजहब ऐसी कोई मांग करता है और न ही कोई मदरसा इस तरह का सर्टिफिकेट मांग सकता है. यह बिल्कुल गलत है."

उनका कहना है कि इस्लाम या मदरसे की शिक्षा में इस तरह की कोई परंपरा नहीं है और अगर किसी ने ऐसा किया है तो यह पूरी तरह से गलत है.

मदरसे और प्रशासन का क्या रुख है?

जहां एक ओर परिवार ने मदरसे पर इतने बड़े आरोप लगाए हैं, वहीं दूसरी ओर मदरसे के एक शिक्षक ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.

फिलहाल, यह पूरा मामला प्रशासन के संज्ञान में आ चुका है और इसकी गहन जांच की जा रही है. पुलिस इस बात की पुष्टि करने में जुटी है कि क्या वाकई दाखिले के लिए ऐसी कोई शर्त रखी गई थी या नहीं. जांच पूरी होने के बाद ही इस मामले की सच्चाई सामने आ पाएगी.

ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष ने क्या कहा?

इस मामले पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा, जो टीचर हैं, उनके जहनी दीवालियेपन को दर्शाता है. ये उस मदरसे के जिम्मेदार की निहायत और घटिया सोच को दर्शाता है. लड़की हो या लड़का, किसी को भी तालीम से दूर नहीं रखा जा सकता. 

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