Saas Anita Devi Emotional Story: अलीगढ़ की अनीता देवी की कहानी जितनी चौंकाने वाली है, उतनी ही दर्दभरी भी. उन्होंने बताया कि उन्हें हर रोज ताने सुनने पड़ते थे, गालियां मिलती थीं, और पति की मारपीट सहनी पड़ती थी. अनीता ने कहा, “हर कोई कहता था दामाद के साथ भाग जा... जब रोज यही सुनने को मिला, तो आखिरकार मैं चली गई.”
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सिर्फ 200 रुपये लेकर निकली थी घर से
अनीता देवी ने दादों थाना पहुंचकर साफ किया कि उनके ऊपर लग रहे आरोप झूठे हैं. उन्होंने बताया, “मैं सिर्फ 200 रुपये और अपना मोबाइल लेकर निकली थी. एक जोड़ी कपड़े भी ढंग से नहीं थे. मैं पैसे या दौलत लेकर नहीं गई… बस वहां से निकलने की हिम्मत जुटाई थी.”
पति देते थे 1500 रुपये महीना, रोज हिसाब लेते थे
अनीता का कहना है कि उनके पति जितेंद्र उन्हें पूरे महीने में सिर्फ 1500 रुपये देते थे. अगर कभी खर्च ज्यादा हो गया, तो ताना, गाली और मारपीट तय रहती थी. उन्होंने कहा, “शादी में सालों बिता दिए, मगर न कभी इज्जत मिली, न प्यार. हर दिन सिर्फ अपमान सहा.”
दामाद राहुल से कैसे हुई नजदीकी?
अनीता की बेटी की शादी राहुल नाम के युवक से तय हुई थी. शादी की तैयारी के दौरान अनीता और राहुल के बीच बातचीत शुरू हुई. अनीता बताती हैं, “राहुल से जब बात होती थी, तो वो मेरा हालचाल पूछता था. धीरे-धीरे मुझे लगा कि कोई तो है जो मेरी बात समझता है.”
राहुल का कहना है कि उसने कई बार अनीता को रोते हुए देखा था, वह किसी से ढंग से बात नहीं करती थीं. जब उसने कारण पूछा, तो अनीता ने अपने दर्द को उसके सामने रखा.
दोस्तों ने की मदद, सीसीटीवी से खुला राज
पुलिस की जांच में पता चला कि राहुल के दोस्तों ने दोनों की मदद की थी. वे दोनों को कासगंज रेलवे स्टेशन तक छोड़कर आए थे. यह बात सीसीटीवी फुटेज से भी साफ हो गई थी. पुलिस ने राहुल के पिता और बहनोई से पूछताछ के बाद इन दोस्तों की पहचान की.
वशीकरण का भी आरोप
राहुल के पिता ने अनीता पर उनके बेटे को वशीकरण में लेने का आरोप भी लगाया. उन्होंने दावा किया कि अनीता ने राहुल को दो ताबीज पहनाए थे, जिसके बाद उसका व्यवहार पूरी तरह बदल गया. हालांकि पुलिस इस आरोप की भी जांच कर रही है.
“अब वापस नहीं जाऊंगी”
अनीता देवी का कहना है कि वह अब अपने पति के पास नहीं लौटना चाहतीं. उन्होंने साफ कहा, “अब सब खत्म हो चुका है. मैंने बहुत सह लिया. अब मैं अपने लिए जीना चाहती हूं.”
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