COVID-19 के बढ़ते केस पर योगी सरकार अलर्ट: JN.1 वेरिएंट के मामलों पर अधिकारियों को दिए ये सख्त निर्देश

COVID-19 JN.1 Variant: देश और विदेश में COVID-19 के नए सब-वेरिएंट JN.1 के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पूरी तरह से सतर्क हो गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक उच्च-स्तरीय बैठक की.

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22 May 2025 (अपडेटेड: 22 May 2025, 05:36 PM)

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COVID-19 JN.1 Variant: देश और विदेश में COVID-19 के नए सब-वेरिएंट JN.1 के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पूरी तरह से सतर्क हो गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक उच्च-स्तरीय बैठक की, जिसमें राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की गई. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित अधिकारियों को तुरंत 'अलर्ट मोड' में काम करने के निर्देश दिए.

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विदेशों में बढ़ रहा संक्रमण, सीएम ने बढ़ाई निगरानी

न्यूज़ एजेंसी की खबर के मुताबिक, सीएम योगी ने बताया कि भारत सरकार ने अभी तक कोविड को लेकर कोई नई एडवाइजरी जारी नहीं की है. हालांकि, थाईलैंड, सिंगापुर और हांगकांग जैसे कुछ एशियाई देशों में JN.1 वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में यह बेहद जरूरी हो जाता है कि उत्तर प्रदेश में भी निगरानी व्यवस्था को मजबूत किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते सालों में प्रदेश का स्वास्थ्य ढांचा काफी मजबूत हुआ है, और कोविड की पिछली लहरों के दौरान तैयार की गई व्यवस्थाएं अब भी बहुत काम आ सकती हैं. उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और स्वास्थ्य इकाइयां पूरी तरह से अलर्ट रहें.

ICU, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन प्लांट चालू रखने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने कोविड प्रबंधन के लिए पहले की गई तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने खास तौर पर कहा कि जिला अस्पतालों में बनाए गए 10-10 बेड के आईसीयू, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन प्लांट किसी भी हाल में निष्क्रिय नहीं होने चाहिए. उन्होंने इन सभी व्यवस्थाओं की नियमित जांच, परीक्षण और रखरखाव का आदेश दिया, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत इनका उपयोग किया जा सके. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि जिन अस्पतालों में ज्यादा स्टाफ की जरूरत है, वहां स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को 'मल्टी-टास्किंग' के लिए ट्रेनिंग दी जाए. इससे वे न सिर्फ कोविड बल्कि अन्य स्वास्थ्य सेवाओं में भी मदद कर सकेंगे. मुख्यमंत्री ने इन कर्मचारियों के सेवाभाव की सराहना करते हुए कहा कि कोविड-19 के दौरान उन्होंने जिस तरह काम किया, वह काबिले तारीफ है.

कोविड ही नहीं, डेंगू-मलेरिया पर भी नजर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में सिर्फ कोविड-19 ही नहीं, बल्कि संचारी रोगों को लेकर भी प्रशासन को सतर्क किया. उन्होंने निर्देश दिए कि डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और कालाजार जैसी मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए भी अभी से तैयारी शुरू कर दी जाए. उन्होंने साफ कहा कि समय से पहले तैयारी ही किसी भी आपदा से निपटने की सबसे बड़ी कुंजी है. मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, नगर निगम, पंचायत विभाग और सभी संबंधित विभागों को आपसी तालमेल से काम करने का आदेश दिया, ताकि किसी भी बीमारी को शुरुआती चरण में ही फैलने से रोका जा सके.

कड़ी निगरानी, टेस्टिंग और रिपोर्टिंग पर जोर

मुख्यमंत्री ने कोविड के संभावित संक्रमण पर कड़ी निगरानी रखने का भी निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों जैसे सार्वजनिक जगहों पर भी जरूरत पड़ने पर सैंपलिंग, स्क्रीनिंग और निगरानी का काम फिर से शुरू किया जा सकता है. उन्होंने सभी जिलाधिकारियों और सीएमओ को आदेश दिया कि कोविड टेस्टिंग की क्षमता कम न होने दें, और जितने भी सैंपल लिए जाएं, उनकी रिपोर्टिंग में पारदर्शिता और तेजी बनी रहे.

"प्रदेश पूरी तरह तैयार और सक्षम": सीएम योगी

बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार कोविड या किसी भी स्वास्थ्य आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने कहा कि "हमारी प्राथमिकता जीवन की रक्षा है और इसके लिए सरकार का स्वास्थ्य तंत्र सजग, सक्षम और प्रतिबद्ध है." मुख्यमंत्री ने जनता से भी अपील की कि वे सतर्क रहें, अफवाहों पर ध्यान न दें और अगर किसी को फ्लू जैसे लक्षण दिखें तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच जरूर कराएं.
 

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