Vinay Tyagi Death Mystery: बीते दिनों हरिद्वार के पास लक्सर में दिनदहाड़े पुलिस की गाड़ी पर फायरिंग हुई, गाड़ी में बैठे हिस्ट्रीशीटर विनय त्यागी को गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई. पुलिस विनय त्यागी को रुड़की जेल से लक्सर कोर्ट पेशी के लिए लेकर जा रही थी, तभी ये घटना हुई. 2 बाइक सवार बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया. अब इस पूरे मामले में विनय त्यागी की बहन ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. सीमा त्यागी ने इस मामले में उत्तराखंड पुलिस को भी सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है.
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विनय त्यागी की बहन सीमा त्यागी ने कहा कि यह पूरी स्थिति जानबूझकर एक साजिश के तहत बनाई गई. उन्होंने बताया कि शुरुआत से ही वह मीडिया को यह बात कहती आ रही हैं कि मामला करीब ₹750 करोड़ का है. यह पूरा घटनाक्रम ईडी के छापों से बचने के लिए रचा गया था. सीमा त्यागी के मुताबिक, ईडी की कार्रवाई से बचने के लिए यह पैसा डॉक्टर प्रमोद के यहां रखा गया था और इसकी जानकारी विनय त्यागी को भी दी गई थी. डॉक्टर प्रमोद और विनय त्यागी दोनों ने मिलकर योजना बनाई कि यह पैसा ईडी को सौंप दिया जाए.
साजिश के तहत उसे पकड़वाया-सीमा त्यागी
सीमा त्यागी ने आरोप लगाया कि विनय त्यागी और ठेकेदार सुभाष त्यागी के बीच पहले से ही तनातनी चल रही थी. चुनाव के दौरान राजनीतिक रूप से विनय को परेशान किया गया, धमकियां दी गईं और मुकदमे तक लगवाए गए. इसी वजह से यह फैसला लिया गया कि पैसा ईडी को दे दिया जाए.सीमा त्यागी ने कहा कि जब पैसा ईडी को देने ले जाया जा रहा था तभी एक साजिश के तहत उसे पकड़वा दिया गया. इसके बाद हालात ऐसे बने कि वह जान बचाने के लिए पैसा लेकर भागा. उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान उसकी पत्नी को भी अवैध रूप से दो दिन तक रोके रखा गया और धमकाया गया. उनका दावा है कि बाद में सारी रिकवरी कर ली गई, जिसमें जमीन-जायदाद के कागजात, पैसों का बैग और ज्वेलरी शामिल थी. यह रकम कोई छोटी नहीं बल्कि सैकड़ों करोड़ की थी.
'पत्नी नाम से जेलर को दिया फर्जी आवेदन'
सीमा त्यागी ने आगे आरोप लगाया कि जब विनय त्यागी जेल चला गया तो देहरादून में उसे मारने की साजिश रची गई ताकि किसी का नाम सामने न आए. इसके लिए उसकी पत्नी निशि त्यागी के नाम से एक फर्जी आवेदन जेलर को दिया गया जिसे बाद में पत्नी ने नकार दिया. इसके बावजूद विनय को दूसरी जेल भेज दिया गया. उन्होंने कहा कि जब उसे ले जाया जा रहा था तब केवल दो बिना हथियार पुलिसकर्मी साथ थे. इससे साफ जाहिर होता है कि उसे रास्ते में खत्म करने की पूरी तैयारी थी.
कौन विनय त्यागी उर्फ टिंकू त्यागी?
विनय त्यागी उर्फ टिंकू त्यागी पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड का एक कुख्यात गैंगस्टर और हिस्ट्रीशीटर था. विनय त्यागी पर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली में हत्या, लूट, रंगदारी और कॉन्ट्रैक्ट किलिंग जैसे लगभग 57 से 60 गंभीर मामले दर्ज थे. उसने महज 16 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा था और करीब 35-40 सालों तक सक्रिय रहा. विनय त्यागी मूल रूप से यूपी के मुजफ्फरनगर का रहने वाला था. उसके पिता मेरठ के एक मेडिकल कॉलेज में क्लर्क थे, उसकी पत्नी मुजफ्फरनगर के पुरकाजी ब्लॉक की दो बार प्रमुख रह चुकी हैं. विनय त्यागी का संबंध बदन सिंह बद्दो गैंग से भी बताया जाता है.
दो आरोपी गिरफ्तार, SIT करेगी जांच
विनय त्यागी के इस मामले में हरिद्वार SSP प्रमेंद्र डोबाल ने लक्सर फायरिंग घटना की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी SIT का गठन किया है. ये टीम सिटी सर्किल ऑफिसर के नेतृत्व में बनाई गई है. हालांकि इस मामले में पुलिस ने फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को बिजनौर हाईवे से गिरफ्तार किया. पुलिस ने दोनों आरोपियों की पहचान मुख्य आरोपी 28 साल के सन्नी यादव उर्फ शेरा और 24 साल के अजय पुत्र कुंवर सैन के रूप में की है. पुलिस के मुताबिक, दोनों अपराधी हार्डकोर क्रिमिनल हैं और कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
रंजिश के चलते ही मारी गई गोली?
विनय त्यागी की बहन के आरोपों से ये मामला और उलझ गया है. पुलिस पूछताछ में सामने आया था कि रुपयों के लेन-देन को लेकर सन्नी की विनय त्यागी से रंजिश थी और रंजिश के चलते ही उसने अजय के साथ मिलकर विनय त्यागी को गोली मार दी थी. लेकिन विनय त्यागी के परिजनों को पुलिस की कहानी पर यकीन नहीं है. 750 करोड़ रुपये और ईडी समेत जो भी बातें सामने आई हैं. इस आरोप से इस मामले में कई सवाल खड़े हो गए हैं. आगे देखना होगा, इस मामले में क्या बड़ा अपडेट सामने आता है.
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