उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर में बुधवार देर रात बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है. इस घटना में अब तक 10 लोगों के लापता और 20 से अधिक मकान और गौशालाओं के क्षतिग्रस्त होने की सूचना है. स्थानीय प्रशासन, SDRF और ITBP की टीमें बचाव और राहत कार्यों में जुटी हुई हैं. घटना के बाद से कुंतारी गांव में 8 लोगों के लापता और 3 लोग घायल होने की सूचना है. वहीं 15 से 20 मकान और गौशालाएं मलबे में दब गई हैं.
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रेस्क्यू टीमें लगातार मलबे के नीचे दबे लोगों की तलाश कर रही हैं. कुंतारी से लगे सर्पाणी गांव में भी 2 लोग लापता हैं और दो मकान क्षतिग्रस्त हए हैं. धुर्मा गांव में भी लोगाें के लापता होने और मकानों के क्षतिग्रस्त होनी की जानकारी है. उधर सरपाणी गांव से पुलिस और रेस्क्यू टीमों ने लगभग 200 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया दिया है. लगातार हो रहे लैंडस्लाइड की वजह से रास्तों में मलबा आ गया है. इससे रेस्क्यू टीमों को घटनास्थल तक पैदल चलकर पहुंचना पड़ रहा है. इस बीच प्रशासन ने सभी प्रभावित गांवों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है.
CM धामी का बयान आया सामने
मुख्यमंत्री ने इस घटना पर संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुट गई हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और प्रशासन के संपर्क में हैं.
घायलों को पहुंचाया जा रहा है अस्पताल
वहीं, घटना के बाद जिले के सीएमओ ने तुरंत मेडिकल टीम और तीन एंबुलेंस मौके पर भेजी हैं. बताया जा तहा है कि एसडीआरएफ की टीम भी नंदप्रयाग पहुंच गई है और एनडीआरएफ की टीम भी गोचर से रवाना होकर घटनास्थल पर पहुंच चुकी है. अब तक 3 महिलाओं और 1 बच्चे समेत 3 घायलों को मलबे से निकालकर उपचार के लिए भेजा गया है. इस बीच रेस्क्यू टीम मलबे में फंसे हुए लोगों को निकालने का प्रयास कर रही है.
स्थानीय पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना में अब तक 10 लोगों के मलबे में लापता होने की संभावना है. साथ ही 02 महिलाओं और 1 बच्चे को घायल अवस्था में निकालकर उपचार हेतु भेजा गया है.
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